प्रेगनेंसी के लिए कब और कितनी बार करें – गर्भवती होने में कितना समय लगता हैं

गर्भवती होने में कितना समय लगता हैं? न चाहते हुए भी कुछ कपल्स को प्रेगनेंसी (गर्भधारण) के लिए प्रयास करना पड़ता है, वहीं कुछ ऐसे भी महिला पुरुष होते हैं जिन्हें गर्भवती होने में बिलकुल भी समय नहीं लगता, वे आसानी से गर्भधारण कर लेते है

ये कोई राज नहीं बल्कि विज्ञान है। जो आपको भी जानना चाहिए, ताकि आप उन गलतियों कों करने से बच सकें जो अपको pregnancy पाने से रोक रही है।

अनेकों सवाल, गर्भधारण कैसे होता हैं? क्या रोज संभोग करना चाहिए? दिन में कितनी बार पार्टनर से संभोग करे? ये कुछ ऐसे प्रश्न हैं जो कुछ कपल्स को न चाहते हुए भी परेशान करते हैं!
अतः चलिए इस लेख के माध्यम से हम pregnancy से जुड़े उन सभी महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा करते हैं जो गर्भधारण के लिए प्रयासरत कपल्स को जानना आवश्यक होता है – 

Table of Contents

प्रेगनेंसी के लिए कितनी बार करना चाहिए | गर्भवती होने में कितना समय लगता है?

गर्भधारण-कैसे-होता-हैं
गर्भधारण के लिए एक महिला को ओव्यूलेशन, फर्टीलाइजेशन, इंप्लांटेशन जैसे महत्वपूर्ण स्तरो से गुजरना पड़ता हैं तभी प्रेगनेंसी (गर्भधारण) होता हैं मगर इन सब में समय भी लगता हैं। ओव्यूलेशन, फर्टीलाइजेशन, इंप्लांटेशन के दिनों को अगर मिलाए तो, गर्भधारण में, एक महिला को 6 से 14 दिन का समय लग जाता हैं
गर्भधारण संबंध बनाने वाले दिन नहीं होता, अगर अपने असुरक्षित यौन संबंध बनाया है तो इसका ये मतलब बिल्कुल भी नहीं है कि आप प्रेगनेंट (गर्भवती) हो गई हैं

प्रेगनेंट होने (गर्भधारण) के लिए आपको सही से संभोग और गर्भधारण व प्रजनन अंगों की उचित जानकारी होनी आवश्यक हैं आइए जानते है कुछ इन्हीं चीजों के बारे में विस्तार से…

गर्भधारण के आवश्यक जननांग और उनकी कार्य प्रणाली

बात यहां महिला – पुरुष जननांगो के नाम जानने की नहीं है बल्कि आपको पता होना चाहिए शरीर का कौन सा अंग  गर्भधारण के लिए क्या महत्वकांछा रखते हैं आप उन चीजों के बारे में जानें जों pregnancy (गर्भवति) होने के लिए आवश्यक हैं…

पुरुषों के प्रजनन अंग और उनकी कार्य प्रणाली

पुरुषों के अंग जो गर्भधारण के लिए महत्त्वपूर्ण होते है……..

लिंग ( penise ) : संभोग जैसी क्रियाओं में पुरुष का लिंग महत्वपूर्ण भूमिका निभाता हैं। गर्भधारण के लिए वीर्य (शुक्राणुओं) का स्खलन लिंग से ही महिला योनि में होता है
वीर्य ( sperm ) : लिंग के बाद गर्भधारण में शुक्राणुओं का होना आवश्यक होता हैं जब तक ये महील  योनि में प्रवेश करेगें नहीं फर्टीलाइजेशन होगा नहीं तो गर्भधारण भी नहीं हो सकता
टेस्टिस ( testis ) : शुक्राणुओं के निर्माण में
टेस्टिकल्स का बहुत बड़ा योगदान होता है ये दो अंडाकार अंग है जो लिंग के नीचे लटके होते हैं वीर्यपात के समय शुक्राणु टेस्टिकल्स से निकलकर ऊपर वीर्य से मील जाता हैं

महिलाओ के प्रजनन अंग और उनकी कार्य प्रणाली

महिलाओ के अंग जो गर्भधारण के लिए जरूरी होते है……
योनि (vegina) : योनि महिलाओं में मुख्य
प्रजनन अंग होता हैं योनि मार्ग से ही शुक्राणु अंडाणु तक पहुंच पाते हैं
गर्भाशय (uterus) : नौ महीने शििशु माता के गर्भ में ही विकसित होता हैं
अंडाषय (overy) : अंडाणु (डिंब) का विकास अंडाषय में ही होता है तथा ओव्यूलेशन आने पर एक पूर्णतः परिपक्व अंडाणु प्रेगनेंसी के सफर में निकलता है।
पीरियड्स (period) : ये कोई अंग नहीं, बल्कि
महिलाओं में होने वाली एक प्रक्रिया है जो गर्भधारण के लिए उन्हें सक्षम बनाती हैं
ओव्यूलेशन (oviulation) : अंडोत्सर्ग (ओव्यूलेशन) का होना गर्भधारण करने के लिए आवश्यक होता हैं
हालांकि, गर्भधारण के लिए महिला तथा पुरुष का असुरक्षित यौन संबंध बनाना आवश्यक होता हैं…

संभोग (physical relationship) से गर्भधारण कैसे होगा?  

गर्भ कब नहीं ठहरता –

अगर महिला का गर्भ नहीं ठहर पा रहा है इसके पीछे अनेको कारण हो सकते हैं जैसे अधिक उम्र, इनफर्टिलिटी, या कोई चिकित्सीय समस्या जो गर्भधारण करने में अवरोध उत्पन्न कर रहीं हैं
लेकिन यदि आप गर्भवती होना चाहती है मां बनने का सुख चाहती है तब आपको कुछ खास बातो का ध्यान रखना होगा तभी महिला pregnant हो सकतीं हैं
  • महिला और पुरुष का शारीरिक होना अनिवार्य है
  • गर्भधारण कैसे होता हैं
  • ओव्यूलेशन में सम्बंध बनाए
  • क्या गर्भधारण के लिए विशेष पोजिशन अपनाएं
  • प्रेग्नेंसी के रुकावटों का समाधान करें
  • नियमित संभोग करे

महील और पुरुष का शारीरिक होना अनिवार्य है

प्रेगनेंसी के लिए कितनी बार करना चाहिए? जब एक महिला और पुरुष pregnant होने के लिए संभोग (सैक्स) करते हैं वीर्यपात से करोड़ों की संख्या में शुक्राणु महिला योनि में दाखिल होते हैं यहां एक साथ करोड़ों शुक्राणु डिंब (अंडाणु) की तलाश में जुट जाते हैं
जहां हर एक शुक्राणु का केवल एक ही मकसद होता हैं डिंब (अंडाणु) की तलाश कर उसमें प्रवेश पाना और एक नए जीवन का निर्माण करना
करोड़ों की संख्या में होने के बावजूद केवल एक शुक्राणु ही अंडाणु में दाखिल हो पाता हैं और एक नए जीवन की उत्पत्ति होती हैं मगर ये सब इतना आसान भी नहीं होता
वीर्यपात के बाद एक शुक्राणु को अंडाणु से फर्टिलाइज होने के लिए बहुत से रुकावटों का सामना करना पड़ता हैं शुक्राणु अगर इन रुकावटों को पार करने में असक्षम हैं तो गर्भधारण नहीं होता हैं

जानिए गर्भधारण कैसे होता हैं – pregnant kaise hote hai

गर्भधारण के लिए इन तीन प्रक्रियाओं का होना आवश्यक होता हैं – 
  1. ओव्यूलेशन (अंडोत्सर्ग)
  2. फर्टिलाइजेशन (निषेचन)
  3. इंप्लांटेशन (गर्भधान)
ओव्यूलेशन (अंडोत्सर्ग) का होना
गर्भधारण प्रक्रिया (pregnant) होने की शुरुआत महिला के अंडाशयों (overy) से होती हैं जहां अंडाणु का निर्माण होता हैं जब एक अंडाणु पूरी तरह विकसित हो जाता हैं तब मासिक चक्र में एक दिन ऐसा आता है जब ये अंडाशय से निकलकर बाहर आता हैं जिसे ओव्यूलेशन (अंडोत्सर्ग) भी कहते हैं यहीं अंडाणु जब शुक्राणु से निषेचित हो जाता हैं तब गर्भधारण होता हैं
फर्टिलाइजेशन (निषेचन)
फर्टिलाइजेशन या निषेचन होना, गर्भधारण (pregnant) होने की दूसरी कड़ी हैं जहां एक स्वस्थ शुक्राणु का अंडाणु से मिलन होता हैं जब शुक्राणु पहली बार महिला योनि में दाखिल होते है 

जरूर पढ़े: प्रेग्नेंसी के शुरूआती लक्षण

ओव्यूलेशन में सम्बंध बनाने से प्रेगनेंसी कैसे होती हैं | period me pregnancy ke liye kitni baar karna chahiye

डॉक्टरों के मुताबिक पूरे मासिक चक्र में लड़कियों के गर्भवती होने की सम्भावना रहती हैं। हालांकि शुरुआती प्रेग्नेंसी सप्ताह में और ओव्यूलेशन के बाद इसकी सम्भावना बहुत कम हो जाती है।
Period में ही egg banata तथा मैच्योर होकर रिलीज होता, इसलिए कहा जाता pregnancy ke liye दूसरी सबसे जरूरी चीज, Periods यानी मासिक चक्र होते हैं
जिससे ladki pragnant hoti hai !
परन्तु अगर आप ऐसा सोचती है, period me pregnancy ke liye किसी भी समय संबध बनाने से आप गर्भवती हो जाएंगी, देखिए मुझे तो ऐसा नहीं लगता 
चूंकि गर्भधारण तभी होता जब ओव्यूलेशन हो, ओव्यूलेशन में जब ovum पुरुषों के sperm से मिलते, तब pregnancy होती है। पूरे period में महिला सिर्फ एक बार ओव्यूलेट करती है, जो उनका most fertile day भी रहता है।

महिला अपना फर्टिइल डे कैसे पता करें

ओव्यूलेशन का समय महिला का most fertile डे रहता है। इसी समय किया गया संभोग गर्भधारण करने में सक्षम होता है।

हालांकि, सभी महिलाओं का मासिक चक्र अलग अलग रहता है, जिसके कारण उनका ओव्यूलेशन का समय भी अलग रहता है। परन्तु डॉक्टर और एक्सपर्ट्स बताते है, महिला अपने अगले पीरियड्स के पहले दिन से 14 दिन पहले ओव्यूलेट करती है

यही उनका मोस्ट फर्टिल डे भी रहता है।

Period me pregnancy ke tips

  • पीरियड के शुरुआती सप्ताह प्रेग्नेंसी बहुत कम होती
  • पीरियड्स में ओव्यूलेशन के बाद भी प्रेग्नेंसी कम होती
  • पीरियड में ओव्यूलेशन सम्बंध बनाने के लिए बेस्ट है।
  • ओव्यूलेशन के 4 से 5 दिन मोस्ट फर्टाइल डे होते है।
  • ओव्यूलेशन में नियमित संभोग जरूर करें

पीरियड के कितने दिन बाद प्रेग्नेंसी टेस्ट करना चाहिए?

पीरियड मिस होने के एक सप्ताह बाद ही आपको 
Pregnancy test लिए जाना चाहिए। Home Pregnancy test में 2 सप्ताह रुके, क्युकी टेस्ट के लिए जरूरी hCG हार्मोन स्त्राव उचित मात्रा में उपलब्ध होने में समय लगता है।
जब ऐग फर्टीलाइजेशन के बाद गर्भ में स्थापित हो जाता हैं, तब ही hCG हार्मोन स्त्राव शुरू होता है, जिससे आपको Positive pregnancy होने का पता चलता है।

hCG की कमी प्रेग्नेंसी नेगेटिव रिजल्ट दे सकता है।

जरूरी बात : ladki pragnant kab hoti hai ?
जब स्पर्म लड़कियों की योनि में प्रवेश करता और ऐग से फर्टिलाइज होता है, तभी लड़कियां प्रेग्नेंट होती है। फर्टीलाइजेशन में 5 से 6 दिन का समय लगता है, लेकिन कभी कभी ये संभोग के कुछ घंटे पश्चात भी हो जाता है।

प्रेग्नेंसी कितने दिन बाद पता चलता है | mc ke kitne din bad pregnant hoti hai in hindi

प्रेग्नेंट होने के लिए 6 से 14 दिन का समय लग जाता है क्योंकी – 5 से 6 दिन तो स्पर्म और ऐग मिलने में लगते हैं तथा और 4 से 5 दिन फर्टिलाइजड ऐग को गर्भाशय में स्थापित होने के लिए। 
मतलब की आप Baby ke liye kitni baar कर लें, गर्भधारण में 6 से 14 दिन का समय निश्चित है। 
जिसके बाद ही आपको pregnant hone ke lakshan दिखेंगे।
हालांकि, जो pregnancy symptoms first week में दिखते वे प्रेग्नेंसी के शुरूआती लक्षण नहीं होते। चूंकि प्रेग्नेंसी की शुरूआत आपके आखरी मासिक चक्र पहले दिन से शुरू होता, मतलब वो पीरियड या ओव्यूलेशन के symptoms रहते हैं।
प्रेग्नेंसी होने पर आपको कुछ इस तरह के pregnancy symptoms दिखेंगे… ( Pregnancy ke liye kitni baar karna chahiye )
प्रेग्नेंसी के शुरूआती लक्षण ( pregnancy ke lakshan )
  • प्रेग्नेंसी आने से पीरियड्स मिस हो जाते है
  • हल्की ब्लीडिंग और स्पॉटिंग
  • ब्रेस्ट चेंजेस
  • उलटी या मतली
  • खाद्य पदार्थों के लिए आकर्षण
  • चिड़चिड़ापन
  • थकान लगाना
  • तापमान बढ़ना
  • सुगंध लेने की क्षमता बढ़ना
जरूरी बात : sambhog ke kitne din bad pregnancy ka pata chalta hai ? 6 से 14 दिनों बाद जब फर्टिलाइजड ऐग गर्भाशय में स्थापित हो जाता, तब प्रेग्नेंसी का पता तभी लगता है। चूंकि इंसानों में प्रेग्नेंसी टेस्ट hCG हार्मोन की मात्रा से लगता, जो इंप्लांटेशन के बाद निकलता है। लेकिन pregnancy का सटीक रिजल्ट period missed मिस होने के बाद मिलेगा।

गर्भधारण में कौन कौन सी समस्या आती है, कैसे समाधान करें | pregnancy problems & solution

प्रेग्नेंसी के लिए बेस्ट पोजीशन pregnancy ke liye kitni baar karna chahiye
एक्सपर्ट के मुताबिक संभोग के लिए सभी पोजिशन उचित है। इससे आपको इससे आपको गर्भधारण में किसी प्रकार की समस्या नहीं आएगी।
पोजिशन जिससे पुरुषों के शुक्राणु गर्भाशय तक सीधे जाए, जहां फिर इन्हें अंडाणु तक पहुंचने में आसानी होती है।
जरूरी बात – pregnancy ke liye kitni baar karna chahiye : प्रेग्नेंसी से लिए बेस्ट पोजिशन अपनाना आपकी सहायता जरूर करेगा। लेकिन आपको जानना चाहिए, शुक्राणुओं को महिला योनि में तैर कर ही जाना पड़ता है जिसमे समय लगता है अतः आपको दूसरी समस्याओं पर भी उतना ही ध्यान देना चाहिए।

इनफर्टिलिटी इन मेल एंड फीमेल

हमारे समाज में महिलाओं को प्रेगनेंसी के लिए अधिक जिम्मेदार ठहराया जाता है। गर्भवती ना होने का सारा दोष महिलाओं पर थोप दिया जाता है
भले आज की महिलाओं पर इसका प्रभाव नहीं, लेकिन हमें pregnancy ke liye होने वाले इन समस्याओं को अनदेखा नहीं करना चाहिए
गर्भवती ना होना महिला तथा पुरुष दोनों की समस्या रहती है, तो चलिए जाने किस तरह के समस्याओं के कारण गर्भधारण में समस्या आती है।
प्रेग्नेंसी के लिए प्रयास न करना
जैस की शुरुआत में हमने जाना, kitni baar karna chahiye pregnancy ke liye लेकिन अधिकांश कपल्स प्रयासों में नाकाम रहते है। अर्थात pregnancy के लिए प्रयास ना करना गर्भधारण में समस्या ला सकती हैं। इसलिए प्रयास करते रहें

ओव्यूलेशन ना होना

महिलाओं को ओव्यूलेशन ना होना भी pregnancy problem बन सकत है। जिसकी प्रमुख वजह – PCO, वजन ज्यादा होना, थायराइड डिस्फंक्शन, ओवरी इंफेक्शन रहता है।

उम्र अधिक होना

अधिक उम्र होने पर कपल्स को गर्भधारण में समस्या आ सकती है। महिलाओं को 35 के बाद तो पुरुषों को 40 के बाद परेशानी का सामना करना पड़ता है यदि 1 साल से अधिक pregnancy के प्रयासों में सफलता ना मिले तो डॉक्टर से सलाह जरूर ले।

फैलोपियन ट्यूब बंद होना

अगर आप नहीं जानते फैलोपियन ट्यूब क्या है? महिलाओं में अंडाशय ( ओवरी ) और गर्भाशय ( यूटरस ) को जोड़ने वाली नली को फैलोपियन ट्यूब कहते हैं। और यही फर्टिलाइजेशन ( शुक्राणओं और अंडाणुओं का मेल ) होता है इसमें यदि किसी तरह की समस्या आए तब गर्भधारण में दिक्कत हो सकती है।

मेडिकल प्रॉब्लम

वैसे ये महिलाओं तथा पुरुषों दोनों के लिए समान रहता, यदि उन्हें किसी तरह की चिकित्सीय समस्या हो तब pregnancy में प्रॉबलम आ सकती है

पुरुषों में इनफर्टिलिटी के कारण

हेल्दी स्पर्म ना होना

यदि पुरुषों को टेस्टीकल संबंधित समस्या है तो healthy sperm का ना बनना भी pregnancy में प्रॉबलम ला सकता है।

शुक्राणुओं की कमी

वीर्य में शुक्राणुओं की कमी भी पुरुषों में इनफर्टिलिटी की प्रॉब्लम बढ़ता है। जिससे गर्भधारण में समस्या आती हैं।

इंफेक्शन

किसी प्रकार का इंफेक्शन होना वीर्य के बनने को रोक सकता है साथ ही टेस्टिकल में शुक्राणुओं की कमी कर सकता है यह भी pregnancy nhi hone का कारण रहता हैं। 

हार्मोन प्रॉब्लम

हार्मोन प्रॉब्लम भी पुरुषों में इनफर्टिलिटी की वजह बन सकती है। जिससे टेस्टोस्टेरोन या अन्य सम्बंधित हार्मोन की कमी कर सकता जिससे भी इनफर्टिलिटी होती है। 

क्या करने से जल्दी प्रेग्नेंसी आयेगीं | Relation ke kitne din baad Pregnancy hoti hai 

देखिए… Pregnant hone ke liye kitni baar karna chahiye ये तो साफ-साफ डॉक्टर भी नहीं बता पाएंगे, और आप इसकी वजह जान चुके हो। चलिए आपको मै pregnancy ke liye tips बताता हूं:
  • प्रेगनेंसी में स्पर्म और ऐग का मिलना जरूरी रहता
  • ओव्यूलेशन में प्रेग्नेंसी संभव है
  • नियमित संभोग जरूर करे
  • प्रेगनेंसी के लिए प्रयास करते रहें
  • प्रेग्नेंसी से पहले इनफर्टिलिटी चेक करा सकते
जरूरी बात: आप जानते होंगे, pregnant hone ke liye sambhog karna जरूरी है, परंतु उससे भी जरूरी आपका स्वस्थ रहना है, गर्भधारण काफी संवेदनशील मामला है यदि आपको किसी भी प्रकार की समस्या आ रही हो तो तुरन्त doctor से सलाह लेना ही बेस्ट रहेगा।
लेकिन अगर अभी भी आपको पता ना लगा हो प्रेगनेंसी के लिए क्या करना चाहिए, मेरे पास आपके लिए कुछ है

जल्दी प्रेग्नेंट कैसे होते हैं | Pregnancy ke liye kitni baar karna chahiye

सच कहूं तो, जल्दी प्रेगनेंट होने वाली कोई चीज नहीं होती – ये 50 – 50 % आपके भाग्य और आपके pregnancy ke jankari पर निर्भर है, अगर आप जानतें है सही समय तथा सही से संभोग करना तो प्रेग्नेंसी अपको जल्दी हो जायेगी।
अगर jaldi pragnant hone ke tips आप नहीं जानते तो, ऐसा भी हो सकता है, आपको साल या छह: महीनों का समय लग जाए। क्युकी jaldi pragnant hona इतना भी सरल बात नहीं
लेकिन यदि आप सही समय – ओव्यूलेशन का ध्यान रखें तथा jaldi pragnant hone ke tips उपयोग करे तो आपको pregnancy ke liye मशक्कत नहीं करनी पड़ेगी। 
जरूरी बात : चूंकि प्रेग्नेंसी के लिए दूसरी सबसे जरूरी महिलाओं मे मासिक चक्र रहता है, इसलिए आपको अपने मासिक चक्र के बारे में उचित जानकारियां जरूर पता होनी चाहिए

पीरियड और प्रेगनेंसी | period & pregnancy

हर महिला का मासिक चक्र ( period cycle ) एक जैसा नहीं रहता। एक मासिक चक्र अर्थात period cycle के शुरुआती दिन से अगले मासिक चक्र का पहला दिन, इसे ही एक period cycle कहा जाता है ।
कुछ महिलाओं का period cycle 19 दिन रहता, तो कुछ का 28, कुछ का 30 तो कुछ महिलाओं को 35 – 36 दिन का period आता है। महिलाओं में periods के दौरान ओव्यूलेशन ( जिसमें ओवरी से एक अंडा निकलता ) आता है।
ओव्यूलेशन समय लगभग 5 से 6 दिन का रहता, इसी समय अगर आप pregnancy ke liye sambhog kare तो आपको गर्भधारण संभव रहता है। लेकिन आपको यह भी जानना चाहिए:
पूरे period cycle “ओव्यूलेशन में” सिर्फ एक ही अंडा निकलता है और ये सिर्फ 24 घंटे के लिए सुरक्षित रहता। 24 घंटे से अधिक समय होने पर अंडा टूट जाता है जिसकी वजह से periods में ब्लीडिंग होती है।
जरूरी बात : हर महिला के लिए periods में ओव्यूलेशन का समय निर्धारित नहीं रहता, लेकिन एक्सपर्ट एक अनुमान लगाकर बताते है, ओव्यूलेशन का दिन अगले मासिक चक्र (period cycle) से 14 दिन पहले रहता है:

उदाहरण के लिए:

28 दिन के मासिक चक्र वालो का ओव्यूलेशन 14 वा दिन रहेगा। और सबसे fertile day 12, 13, 14 day हैं।
OR
35 दिन के मासिक चक्र वालो के लिए ओव्यूलेशन का दिन 21 वा दिन रहेगा, fertile day 19, 20, 21
यह सिर्फ अनुमान है जो बदल भी सकता है। लेकिन आपकी सहूलियत के लिए यहां कुछ अनुभव है जो आपको ओव्यूलेशन से पहले जानने में मदद करेंगे:
  • पेट, ओवेरिन पेन
  • शरीर का तापमान बदलना
  • सूखा सलाइवा
  • सर्वाइकल मयूकस बदलाव ( सफेद अंडे के समान डिस्चार्ज )
देखिए jaldi pragnant hone ke tips तो नहीं है लेकिन अगर आप ओव्यूलेशन के चार से 5 दिन नियमित रूप से संभोग करें तो संभव है आपका गर्भ ठहर जाएगा

Hindiram के कुछ शब्द

pregnancy ke liye kitni baar karna chahiye इसका कोई फरपेक्ट उत्तर नहीं लेकिन अगर आपको jaldi pragnant hona है तो आप period में ओव्यूलेशन के दिनों में संभोग करे, जिससे आपको pregnancy ke liye समयाओ का सामना नहीं करना पड़ेगा।
Share on:    

Leave a Comment