जैसे ही आपके गर्भवती होने की बात दोस्तो, रिश्तेदारों और फैमिली में पता लगती है अनेकों सलाहो, नुस्खों, तथा जानकारियों की बरसात आपपर होने लगती है।
कोई हेल्दी रहने के टिप्स देगा, कोई शिशु को स्मार्ट बनाने का, कई लोग प्रेगनेंसी के बारे में तरह – तरह की जानकारियां देने लगते है।
इन सभी प्रेगनेंसी की जानकारियों के बीच किताबें पढ़ने की सलाह ( reading in pregnancy ) अक्सर गर्भवतियों को मिल ही जाती है। किताबें पढ़ना ( book reading ) वैसे अपने आप में लाभदायक रहता हैं।
प्रेग्नेंसी में किताबे पढ़ना ( book reading during pregnancy ) शिशु के मानसिक और दिमागी विकास में सहायता करता है।
वैसे गर्भवती pregnancy me kya padhti इसका सीधा असर शिशु पर भी पड़ता है। तथा सही तरह से नहीं पढ़ने सेेे लाभ प्राप्ति से वंचित रहना पड़ सकता है।
अतः इस लेख के माध्यम से हम जानेंगे, प्रेगनेंसी में क्या पढ़ना चाहिए ? ( Pregnancy me kya padhna chahiye ) कैसे पढ़ना चाहिए? तथा प्रेग्नेंसी में पढ़ने से क्या लाभ होता है ?
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प्रेगनेंसी में पढ़ना क्या सही रहता | Pregnancy me kya padhna chahiye
गर्भसंस्कार विधि गर्भवती माताओं के लिए आवश्यक है इसमें जन्म से पहले ही शिशु को शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक तौर पर विकास के लिए तैयार किया जाता है। जिससे जन्म के बाद शिशु एक सर्वश्रेष्ठ नागरिक बन सकें।
गर्भसंस्कार में अपनाई जाने वाली विधियां कुछ इस प्रकार है-
- संगीत सुनना व शास्त्रों का पठन – पाठन करना
- हमेशा पॉजिटिव सोचना और चिंतनरहित रहना
- पौष्टिक चीजों का सेवन करना
- योगाभ्यास
- ध्यान और भगवान का चिंतन
- क्रिएटिव बनना
- माता का शिशु से बातें करना
इन्हें अपनाने से ना सिर्फ गर्भवती स्वस्थ रहती, बल्कि शिशु भी स्वतत: रूप से विकसित होता है। तथा माता और शिशु के बीच भी गहरा संबंध स्थापित होता है।
परंतु आज हम आपको विशेषकर पठान अर्थात पढ़ने से गर्भवती को क्या फायदे होते है ( reading benifits during pregnancy ) इसके बारे में चर्चा करेंगे। साथ ही कौन सी किताब प्रेगनेंसी में पढ़ना चाहिए, इसके बारे में भी जानेंगे।
प्रेगनेंसी में पढ़ने से क्या-क्या फायदे मिलते | pregnancy me padhne ke fayde
प्रेगनेंसी में क्या पढ़ना चाहिए : गर्भावस्था में पठन-पाठन करना ना सिर्फ गर्भवतियों को लाभ पहुंचाता बल्कि गर्भ में पल रहे शिशु पर भी इसका समान असर पड़ता –
तनाव मुक्त
गर्भावस्था में प्रेगनेंसी हार्मोन तनाव का मुख्य कारण बनता, जो ना सिर्फ आपको तनाव देता, बल्कि प्रेगनेंसी में आपको चैन की सांस भी लेने नहीं देता।
प्रेगनेंसी में क्या पढ़ना चाहिए ” किताब ” पढ़ना तनाव मुक्त रहने का सबसे आसान तरीका है। कई शोध बताते पढ़ना एंजाइटी जैसी मानसिक समस्याओं से लड़ने में कारगर रहता है।
मनोरंजन
गर्भवतियों को शारीरिक परिश्रम वाले कार्यों से दुरत्व बनाने की हिदायत दी जाती हैं जिससे कई बार उनके पास कुछ समय भी बच जाता है।
बचे हुए समय का सही से उपयोग करना – किताबें पढ़ने से बेहतर हो ही नहीं सकता। इससे आपके समय का पर्याप्त उपयोग भी होगा और आपका मनोरंजन भी होगा।
शिशु का मानसिक विकास
कुछ शोध बताते जन्म से पूर्व ही शिशु बाहर की आवाजों को सुन सकता हैं। भले इन्हे समझने की क्षमता इसमें विकसित न हुई हो, परंतु अलग-अलग ध्वनियों का प्रभाव शिशु के मस्तिष्क पर भी पड़ता है।
जन्म उपरांत शिशु जिन आवाजों को सुना रहता है जन्म के पश्चात भी वह उसे पहचान लेता हैं। यदि उसने किसी प्रकार का संगीत गर्भ में सुना हो, जन्म पश्चात भी वह उस मधुर संगीत से शांति का अनुभव कर सकता हैं।
जानकारी बढ़ना
यदि आप प्रेगनेंसी में अलग-अलग विषयों पर किताबें पड़ेंगी, इससे आप उन विषयों पर अधिक से अधिक ज्ञानार्जन कर सकती है। जैसे यदि आप प्रेगनेंसी में कहानियों की किताबें पड़ेगी तो जन्म पश्चात् शिशु को सुनाने के लिए आपके पास कहानियों का भंडार रहेगा।
पॉजिटिव थिंकिंग
प्रेगनेंसी में अच्छी किताबों से संपर्क स्थापित करना आपके विचारों में शुद्धता लायेगा तथा मन में उठने वाले बुरे ख्याल भी आपको परेशान नहीं करेंगे।
इसलिए प्रेगनेंसी में किताब पढ़ने से पूर्व उनकी जानकारी ले, कहीं ये डरावनी तो नहीं – अन्यथा आपको उन्हें पढ़ने से बचना चाहिए।
मातृ शिशु संबंध गहरा होता
जब आप प्रेगनेंसी में किताब पढ़ती, आप अपने शिशु से बातें भी करे, भले आपकी बातों का अर्थ वह ना समझता हो लेकिन आपके बोलने के तरीके, हाव-भाव को वह पहचानने लगता हैं और प्रतिक्रिया भी देने लगता है
07 प्रकार के किताबें प्रेग्नेंसी में जरूर पढ़े | Pregnancy me kya padhna chahiye
दरअसल, किताबों का चयन आपको इंटरेस्ट के मुताबिक ही करना चाहिए। जिससे आपको पढ़ने में भी मजा आएगा। यदि आप प्रेगनेंसी से संबंधित जानकारियां चाहती है तो आपको गर्भावस्था की किताब पढ़नी चाहिए।
धार्मिक ग्रंथ अथवा शास्त्र पढ़े
यदि आप धार्मिक किताबों में रुचि रखते तो इन्हें पढ़ने से शिशु भी धार्मिक उन्नति वाला होगा। भारत के प्राचीन ग्रंथ और शास्त्रों में जीवन से संबंधित सभी जानकारियां मौजूद है
उदाहरण : श्रीम्भगवद्गीता, रामायण और वेद पुराण
कहानियां पढ़े
कहानियां पढ़कर अभी से आप तैयारी कर सकती हैं जन्म के बाद शायद शिशु को सुनाने के लिए आपके पास कहानियों का संग्रह मौजुद होगा। इसकेलिए आप अच्छी अच्छी कहानियों की किताबें पढ़ सकती हैं। खासकर परियों की कहानियां
उदाहरण – पंचतंत्र, प्रेम कथा, उपन्यास
खाद्य पदार्थों की किताबें पढ़े
इसे आपको जरूर पढ़ना चाहिए। चाहे तो आप अलग-अलग खाद्यान्न के पोषक तत्वों की जानकारी ले सकती हैं अथवा विभिन्न व्यंजनों को बनाने के तरीके सीख सकती हैं। जब शिशु आपके हाथों के खाने को खाने लायक हो जाए, आप उसे अपने हाथों से खिला सकेंगी।
योग और ध्यान
इनका अभ्यास करने की जरूरत है जिसे आपको प्रेगनेंसी में जरूर करना चाहिए। साथ ही योग और स्प्रिचुअल किताबें पढ़ना आपको अनेकों प्रश्न के उत्तर दे सकता हैं जो अक्सर मन में उठा करते हैं। पढ़ने के साथ आपको इसका प्रयास भी करना चाहिए।
संगीत अथवा विशेष रूचि को पढ़े
यदि बचपन कि आपकी कोई विशेष रूचि पूरी ना हुई हो, तो तब आप उसपर किताबे पढ़ सकती है। किसी खेल में यदि आपकी रुचि हो तो उस पर भी आपको अनेकों किताबे मिल जाएंगी।
प्रेगनेंसी की किताबें पढ़ें
प्रेग्नेंसी में नई गर्भवतियों को प्रेगनेंसी की अधिक जानकारियां नहीं होती, उन्हें कब क्या करना चाहिए? तथा आने वाली समस्याओ का भी पता नहीं रहता, जिसका आपको सामना करना पड़ेगा। ऐसे में यदि आप एक प्रेगनेंसी किताब पढे जिसमें प्रेग्नेंसी से संबंधित सभी जानकारियां मिले तो काफी मदद मिलेगी
चाइल्ड डेवलपमेंट
जन्म से पहले ही नहीं बाद में भी आपको शिशु का ख्याल रखना होगा नागरिक बन सकेगा इसलिए चाइल्ड डेवलपमेंट भी आपको जरूर पढ़ना चाहिए
किताबों के अलावा क्या पढ़ सकते हैं
प्रेग्नेंसी में क्या पढ़ना चाहिए : किताब पढ़ना पसंद नहीं तो जबरदस्ती कोशिश भी ना करें इससे सकारात्मक उर्जा का प्रवाह नहीं होगा सबसे अच्छा हुआ कि आप जानकार लोगों से चर्चा करें बातें करना आपको ज्यादा चीजों की जानकारी
यदि फिर भी आप किताबों के अलावा कुछ इंटरेस्टिंग पढ़ने की सोच रही है तो आपके लिए हमारे पास कुछ ऑप्शन
पत्रिका
बाजार में आपको लगभग सभी विषयों पर पत्रिकाएं मिल जाएंगे प्रेगनेंसी में इन्हें पढ़कर आप अच्छी है बट बना सकती हैं
अखबार
हो सके तो अखबार ना पड़े क्योंकि इनमें आपको ज्यादातर जुर्म, कानून कायदों से जुड़ी समस्याओं का विवरण मिलेगा और हम बिल्कुल नहीं चाहते कि आपके शिशु पर किसी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव आए
ब्लॉग या वेबसाइट
जीस तरह अभी आप यह ब्लॉग पढ़ रहे हैं इंटरनेट पर आपको प्रेगनेंसी और चाइल्ड डेवलपमेंट से संबंधित ब्लॉग, आर्टिकल मिल जाएंगी जिन्हें पढ़कर आप जानकारियां इक्कठी कर सकती तथा अपने समस्याओं का समाधान कर सकते हैं पर वहां दिए गए उपायों का प्रयोग करने से पूरा पर निरीक्षक से परामर्श जरूर करना चाहिए
HINDIRAM के कुछ शब्द
प्रेग्नेंसी में क्या पढ़ना चाहिए ( Pregnancy me kya padhna chahiye ), ये आपको ही डिसाइड करना होगा, आप अपने इंटरेस्ट के मुताबिक चीजों को चुन सकती है कि आपको क्या पसंद है, और क्या नहीं