बत्तीस सप्ताह की गर्भवती होते हुए भी आप महसूस कर सकतीं हैं आपके शिशु के जन्म के लिए कुछ समय अभी भी शेष हैं। हालांकि, आप और शिशु बहुत से चीजों के लिए तैयार हो गए होते हैं। शिशु भी बाहर आने की तैयारी में अब खुद को बहुत तेज़ी से विकसित करने लगा है।
निश्चीत हि आपको लेबर (प्रसव) के संकेतों पर विशेष नजर रखने की की जरुरत है। क्युकी शिशु जल्द ही अपने बर्थ पोजीशन में आने को हैं, हालांकि, इसमें अभी भी कुछ समय लग सकता हैं। बर्थ पोजीशन में आते ही शिशु बर्थ कैनाल की ओर बढ़ने को तत्पर हो जाता हैं। यहां आप शिशु के हरकतों में बदलाव महसूस करेंगी
चिंता ना करें!! मानसिक रूप से खुद को शिशु के लिए तैयार करने के लिए आपके पास अभी भी कुछ समय है। यहां आप शिशु के हरकतों में भी बदलाव महसूस कर सकती हैं क्योंकि अंदर उसके लिए जगह कम पड़ने लगी होती है
शिशु भी अपने शारीरिक तापमान को बेहतर तरीके से नियंत्रित करने लगा हैं यह विकास उसे गर्भ के बाहर भी मदद करेगा..
32 week of pregnancy मतलब – 8 माह गर्भावस्था
3rd trimester मतलब – गर्भावस्था तीसरी तिमाही
8 week’s to go मतलब – 8 सप्ताह बचें
Table of Contents
बत्तीस सप्ताह गर्भावस्था – शिशु का विकास, प्रेगनेंसी सिंप्टम्स और देखभाल से जुड़ी जरूरी बाते | 32 week pregnant in hindi
Here’s quick summary
- शिशु के सभी अंग बनकर तैयार हो गए है इस सप्ताह शिशु का जन्म होने पर भी कोई समस्या नहीं आएगी
- शिशु लगातार स्वांस लेने की प्रैक्टिस कर रहा होता है
- शिशु की पारदर्शी त्वचा अब समान्य हो गई हैं
बत्तीस सप्ताह गर्भावस्था में शिशु का विकास | Baby development by week 32 in hindi
32 सप्ताह में शिशु का आकार कितना हैं – baby size
इस सप्ताह यदि शिशु की लंबाई मापी जाए तो शिशु 16 ¼ इंच यानी लगभग 41 सेंटीमीटर के जीतना लंबा हो गया होता है। वहीं शिशु का वजन भी 4 पाउंड यानी 1.9kg तक बढ़ गया होता हैं।
एक अनुमान के अनुसार 32 सप्ताह में शिशु एक बड़े खरबूजे के आकार जितना बड़ा हो गया होता है। जो इस सप्ताह भी खुद को विकसित कर रहा होता हैं।
बर्थ पोजीशन upside-down या breech
एक शोध के अनुसार 97% शिशुओं का जन्म upside-down पोजीशन में होता हैं जहां शिशु का सिर नीचे होता है। बच्चा जैसे जैसे जन्म के नजदीक आता हैं वह अपनी बर्थ पोजीशन (upside-down) पोजीशन में आने लगता हैं। तथा 32 सप्ताह तक लगभग 85% शिशु अपने बर्थ पोजीशन में आ चुके होते हैं।
चिंता ना करें, अगर आपका शिशु अपने बर्थ पोजीशन नहीं आया हैं क्युकी कुछ बच्चों को ऐसा होने में थोड़ा लंबा समय लगता है। कई बार तो 37 सप्ताह तक शिशु अपने बर्थ पोजीशन में नहीं आता, इसलिए डॉक्टर लगातार शिशु को मॉनिटर करते रहते हैं।
शिशु का तापमान – baby temperature
दूसरी तिमाही के बाद से ही शिशु का शरीर सफेद फैट कोशिकाओं को हटा ब्राउन फैट कोशिकाओं को बढ़ाने लगता है। ब्राउन फैट शिशु को गर्भ के बाहर तापमान नियंत्रित रखने में सहायता करते है। तथा 32 सप्ताह तक शिशु के शरीर में ऐसे प्रोटीन और एंजाइम भी बढ़ गए होते है जो उसके तापमान को संतुलित रखते है।
स्टार्टल रिफ्लेक्स – startle reflex
बहुत से शिशु 32 सप्ताह के बाद “स्टार्टल रिफ्लेक्स” दिखाने लगते है यानी कोई भी भारी आवाज या हरकत होने पर शिशु ऐसा दिखाता है मानो उसने खुद को छिपा लिया है तथा कुछ देर में सब सामान्य भी हो जाता हैं।
बेबी स्लीप साइकिल – baby’s sleep cycle
गर्भावस्था बढ़ने के साथ साथ शिशु में भी अनेक परिवर्तन आते है। अब तो शिशु पहले से ज्यादा गहरी और लंबी नींद सोने लगा है शायद इसलिए आज कल आप उसके जागने और हरकत करने में कुछ समानताए देख रहीं होती हैं।
गर्भ के बाहर जीवन
32 सप्ताह शिशु विकास के अहम पड़ाव में पहुंच गया होता है जहां शिशु अत्याधिक प्रिटर्म अवस्था से मध्यम प्रिटर्म अवस्था का हो गया होता है। हालांकि, शिशु के फेफड़े अभी भी विकसित हो रहे हैं जिन्हें पूरी तरह मेच्योर होने में अभी भी कुछ समय लगने वाला है।
बत्तीस सप्ताह में गर्भवती का शरीर | Your body at 32 week pregnant in hindi
ब्रैक्सटन हाइक्स कांट्रेक्शन – Braxton Hicks Contraction
इन दिनों अक्सर बहुत सी गर्भवतियों को लेबर जैसे लक्षण महसूस होने लगे होते हैं। गर्भाशय का अचानक टाइट होना इस तरह के कॉन्ट्रेक्शन को डॉक्टरों की भाषा में “ब्रैक्सटन हाइक्स कांट्रेक्शन” कहते हैं। जो बीच प्रेगनेंसी से हीं महसूस होना शुरू हो जाते हैं तथा गर्भावस्था के बढ़ने के साथ अधिक तेज होने लगते है।
ब्रैक्सटन हाइक्स कांट्रेक्शन को आप रिहर्सल समझ सकते हैं जो आपको असल लेबर (प्रसव) के लिए तैयार कर रहा होता है। हालंकि, Braxton Hicks Contraction नई माताओं को ज्यादा महसूस नहीं होते हैं।
ये एक तरह का सेंसेशन हैं जो गर्भाशय के ऊपरी भाग से शुरू होता हुआ धीरे धीरे नीचे की ओर बढ़ता है इसे आप कुछ सेकेण्ड या कभी-कभी 2 से 3 मिनट तक महसूस कर सकती हैं।
यदि आप जानना चाहती हैं जो कांट्रेक्शन आप महसूस कर रही है वह ब्रैक्सटन हाइक्स कांट्रेक्शन है या असल लेबर तो अपनी बॉडी पोजिशन बदलें, जब आप हरकत करते है तब ये लेबर पेन बंद हो जाएगा। लेकिन वही यदि ये असली लेबर पेन होगा तो यह रुकने के बदले धीरे धिरे बढ़ने लगेगा। यदि ऐसा होता है तो तुरंत आपको मेडिकल हेल्प लेनी चाहिए।
प्रेगनेंसी अल्ट्रासाउंड – Pregnancy ultrasound
अल्ट्रासाउंड एक चिकित्सीय पद्धति है जिसमें कुछ वैज्ञानिक उपकरणों के उपयोग से आंतरिक अंगों को देख पाना संभव हो पाया है। हालांकि, अब तो हम इस टेक्नोलॉजी में बहुत आगे आ चुके हैं 3D और 4D अल्ट्रासाउंड के साथ
गर्भावस्था में सबसे ज्यादा अल्ट्रासाउंड का उपयोग किया जाता है। फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) ने अल्ट्रासाउंड टेस्ट को केवल मनोरंजन के लिए कराए जाने के सख्त खिलाफ है। इसे केवल मेडिकल कारणों से कराया जाना चाहिए। साथ ही किसी क्वालीफाईड अल्ट्रासाउंड एक्सपर्ट् द्वारा हि इसे किया जाना चाहिए। क्युकी वही आपको अल्ट्रासाउंड टेस्ट की सही जानकारी दे सकते हैं
बत्तीस सप्ताह गर्भावस्था के लक्षण | 32 week symptoms of pregnancy in hindi
पैरों में ऐठन – leg cramps
पैरो में हल्का दर्द और ऐठन होना गर्भावस्था के इस दौर में समान्य है जो लगभग सभी गर्भवती महिलाओं को होती हि हैं। हालांकि, गर्भावस्था में ये क्यों होते हैं इसका कारण कोई नहीं जानता, जिसे अधिक रुप से आप रातों को महसूस कर सकतीं हैं। कुछ एक्सपर्ट्स के अनुसार ये शरीर में कैल्शियम और मैग्नीशियम की कमी से होता है।
कॉन्स्टिपेशन – constipation
कब्ज का होना भी प्रेगनेंसी का ही एक लक्षण हैं जो डिलीवरी के बाद चला भी जाता है। गर्भाशय के बढ़ने से ये आंतो पर प्रेशर डालने लगा होता हैं प्रेगनेंसी हार्मोन भी इसमें अहम भूमिका निभाते हैं। जो आंतो को सुस्त बना देते हैं। अधिक से अधिक फ्लूइड ले, रोज एक्सरसाइज करें और फाइबर से भरपूर भोजन खाएं
चक्कर और बेहोशी – faintness or dizziness
चक्कर आना या सिर घूमना प्रेगनेंसी का ही लक्षण है। वैसे तो ये बहुत से कारणों से हो सकटे हैं इससे बचने के लिए अपने ब्लड शुगर लेवल को मेंटेन रखना चाहिए, तथा अपने डाइट पर भी ध्यान दे। गुड कार्ब्स और प्रोटिन रिच डाइट लें
बवासीर – Hemorrhoids
बवासीर जो असल में उभरी हुई नसों के कारण हैं वैसे तो ये उभरी हुई नसे किसी तरह के दर्द का कारण नहीं बनती, लेकिन देर तक बैठे रहना असुविधाजनक हो सकता हैं। आप ice packs गर्म स्नान करना आपकी इसमें बहुत मदद कर सकता हैं।
स्तनों से रिसाव होना – Colostrum
जैसे-जैसे गर्भावस्था में स्तनों का आकार बढ़ता है इनसे एक पीले रंग का फ्लूइड स्त्रावित होने लगता हैं जिसे Colostrum कहते हैं। वैसे तो जन्म के बाद यहीं फ्लूइड शिशु के लिए पहला दूध (भोजन) होता हैं। लेकिन यदी स्तनों से रिसाव आपके लिए सुविधाजनक हो रहा है तो आप नर्सिंग पैड्स इस्तेमाल कर सकते हैं।
त्वचा में खुजली और इरीटेशन होना
यदि शुरूआत से ही आप अपनी skin को मॉइश्चराइज करते आ रही हैं तो यह समस्या शायद आपको ज्यादा परेशान नहीं करेगी, लेकिन स्किन के स्ट्रेच होने से त्वचा में खुजली और इरीटेशन का होना समान्य है। यदि मॉइश्चराइजर या लोशन काम न करें तो आप कैलामाइन या दूसरे एंटी इचिंग लोशन उपयोग कर सकते हैं।
बत्तीस सप्ताह गर्भावस्था में पेट निकलना | Pregnant belly at 32 week in hindi
एक 32 सप्ताह गर्भवती में उनके गर्भ की लंबाई प्यूबिक बोन से गर्भाशय के ऊपरी भाग तक 30 से 34 सेंटीमीटर तक मापा जा सकता है। लेकिन यदि महिला 32 सप्ताह जुड़वा बच्चों से गर्भवती हैं तो आप खुद को समान्य से ज्यादा भरी हुई महसूस कर सकती हैं। यह भी हो सकता है आप डिलीवरी के भी बहुत नजदीक हो। एक एवरेज फुलटर्म प्रेगनेंसी जुड़वा बच्चों के साथ 37 सप्ताह को मानी जाती है।
32 सप्ताह में जाने शिशु अपने बर्थ पोजिशन में आया या नहीं??
बहुत से शिशु तो अभी से अथवा 34 सप्ताह तक पेल्विस पर ड्रॉप हो जाते हैं और डिलीवरी होते तक वैसे ही रहते हैं। जब शिशु अपने बर्थ पोजीशन में आ जाएगा तब आप उसे ऊपर की जगह नीचे महसूस करने लगेंगी। हालांकि, ऐसा होना कोई गारंटी नहीं कि शिशु बर्थ पोजीशन में आ गया है। क्योंकि बहुत से शिशु तो तब तक ड्रॉप नहीं होते जब तक गर्भवती प्रसव में ना हों
बत्तीस सप्ताह गर्भावस्था में अल्ट्रासाउंड | Ultrasound in 32 week of pregnancy in hindi
बत्तीस सप्ताह गर्भावस्था में आप प्रेगनेंसी चेकअप के लिए जा रहीं होती है क्योंकि बहुत से डाक्टर गर्भावस्था की इस दौर में अक्सर अपने पेशेंट को हर दूसरे सप्ताह में जांचते हैं। हालांकि, 32 सप्ताह में आपका कोई अल्ट्रासाउंड टेस्ट नहीं होगा, लेकिन यदि आपकी प्रेगनेंसी में कोई कॉम्प्लिकेशन है या आप जुड़वा बच्चों से गर्भवती है तब डॉक्टर मॉनिटरिंग के लिए अल्ट्रासाउंड टेस्ट करने को बोल सकते हैं।
क्युकी अब तो आपका शिशु खुद को बाहर लाने की तैयारी में है यह भी संभव है शिशु अपने बर्थ पोजीशन में भी आ गया होगा
गर्भावस्था में याद रखने वाली चीजें – 32 week pregnant checklist
- अपना हॉस्पिटल बैग तैयार रखें
- आपको कीगल एक्सरसाइज प्रैक्टिस करना चाहिए
- प्रीनेटल विटामिन्स लेते रहना चाहिए
- खाने के तुरंत बाद लेटने से बचें
- हेल्दी मिल्स खाएं
- निश्चित अंतराल में और कम कम करके भोजन खाएं
- अच्छे से चबाकर ही भोजन खाएं
गर्भावस्था बत्तीस सप्ताह केयर टिप्स | Self care tips 32 week pregnant in hindi
स्ट्रेच मार्क्स की चिंता ना करें – stretch marks during pregnancy
स्ट्रेच मार्क्स की चिंता ना करें, क्योंकि लगभग 90% महिलाएं गर्भावस्था में स्ट्रेच मार्क्स की समस्या से गुजरती हैं। इसे आप अपने प्रेगनेंसी की निशानी मान सकते हैं जो डिलीवरी के बाद चला भी जाता हैं।
ब्रैक्सटन हाइक्स कांट्रेक्शन – Braxton Hicks Contraction Early labour Contraction
अगर इससे पहले, कभी अपने, लेबर पेन महसूस नहीं किया है तो जरुर आप जानने की इच्छुक होंगी आखिर प्रसव कैसा होता है
अब तो आप रोजाना कांट्रेक्शन महसूस किया करती होंगी, इसे ब्रैक्सटन हाइक्स कांट्रेक्शन कहते हैं। ये आपको पीरियड के जैसे ऐठन, गर्भाशय में सिकुड़न जैसा महसूस हो सकता हैं। लेकिन यदि किसी महिला की पानी की थैली फूट गई है तो उन्हे तुरंत चिकित्सीय सहायता लेनी चाहिए।
मॉइश्चराइज करें – moisturize often
अक्सर होने वाली खुजली जरूर आपके लिए परेशानी का कारण बन सकते हैं। वैसे ये खुजली आपके बढ़ते और फैलते शरीर का ही side effect है जिसे आप महसूस कर रही होती हैं। और उस पेट का भी जो लगातार बाहर को निकल रहा होता है।
अगर शुरुआत से आप अपनी त्वचा को मॉइश्चराइज करते आ रही थी तो शायद ये समस्या उतनी हावी नहीं होगी। क्योंकि गर्भावस्था में त्वचा का संवेदनशील होना समान्य है इसलिए कोई भी प्रोडक्ट इस्तेमाल करने से बचें
अपने सपनो के बारे में लिखें – write about your pregnancy dream
अक्सर प्रेगनेंसी में गर्भवतियों को बहुत अटपटे सपने आने लगते है प्रेग्नेंसी हार्मोन को ही इनके आने का कारण माना जाता है।
प्रेगनेंसी सपने देखना और day-dream तीसरी तिमाही में कुछ ज्यादा ही बढ़ जाते हैं जो शायद आपके नींद को भी प्रभावित कर सकते है यहां आप खुद को अपने शिशु के साथ होने की बहुत गहरी कल्पना में भी डूब जाती होंगी
बत्तीस सप्ताह के लिए प्रेगनेंसी डाइट
यदि आप वेजीटेरियन है तो आपको जरूरी पोषक तत्व जैसे प्रोटीन, विटामिन बी12, कैल्शियम, विटामिन डी, डीएचए, आयरन और फोलेट की उचित मात्रा लेना आवश्यक हैं
- प्रोटीन युक्त भोजन खाए – जैसे नाइट्स, मूंगफली, दाल
- यदि आप दूध नहीं पीना चाहती, तो आप दही का सेवन करें
- हरी सब्जियां खाये, रेशेदार फल और सब्जियां जरूर सेवन करे
FAQ. प्रेगनेंसी में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों के उत्तर
क्या प्रेगनेंसी में सेक्स कर सकते हैं?
जी हां…, प्रेगनेंसी में संभोग करना पूरी तरह सुरक्षित हैं व इससे शिशु को कोई नुक्सान नहीं होता है, बल्कि शिशु को इन सबका कुछ पता ही नहीं होता
प्रेगनेंसी में कौन सी गलतियां ना करें?
प्रेगनेंसी में नशीले पदार्थों के सेवन से दूर रहें, ऐसे कार्यों को न करें जिसमें अत्याधिक शारीरिक कसरत की जरूरत हो
प्रेगनेंसी में क्या करना चाहिए?
एक प्रेगनेंसी बहुत से उतार चढ़ावो से भरा होता है इसलिए आपको एक हेल्दी लाइफ स्टाइल अपनाने की जरूरत है, अपने पार्टनर, परिवारजनों और दोस्तों के साथ समय व्यतीत करें
Hindiram के कुछ शब्द
32 week of pregnancy in hindi : प्रेगनेंसी का ये सप्ताह गर्भवती और शिशु दोनों के लिए अनेकों बदलाव लेकर आता है लेकिन अभी सबसे जरूरी होगा आप खुद का और शिशु का ख्याल रखें, हेल्दी डाइट ले, और अधिक से अधिक पानी पिए, यदि आपको किसी प्रकार की शंशा हैं तो अपने निरीक्षक से परामर्श कर सकते हैं