प्रेगनेंसी के first week कोई प्रेग्नेंट नहीं हो सकता, अगर आप doctors की सुनते हो, डॉक्टरों को भी pregnancy ke bare me jankari नहीं होती
मेरा मतलब आपसे है, कब आपका oviulation ( अंडाशय से अंडे निकलना ) था, first week में कब स्पर्म अंडे से निषेचित ( fertilization ) हुआ। शायद ही कोई जानता होगा, क्या आप जानते हो?
इसलिए डॉक्टर starting pregnancy week पीरियड मिस होने वाले दिन से गिनते हैं। लेकिन आप प्रेग्नेंट अभी भी नहीं हुए हो, kaise pata kare pregnant hai ya nhi ?
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pregnancy ke lakshan first week in hindi
ओव्यूलेशन के बाद ये लक्षण आपकी प्रेग्नेंसी साबित करती है –
- गर्भाशय में ऐठन और दर्द प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण हैं
- गर्भधारण पूर्व ब्लीडिंग और स्पोटिंग की समस्या होती है
- उल्टी, मतली और जी मिचलाना
- पीठ और सिरदर्द
- ब्रेस्ट सूजन
- चिड़चिड़ापन
- अत्यधिक थकान
- कब्ज
प्रेगनेंसी में ये लक्षण क्यों और कैसे होते, इसको हम आगे देखेंगे। लेकिन आपको बता दूं, pregnancy ke lakshan first week in hindi सभी के लिए समान नहीं होते, और ऐसा भी हो सकता, first week me pregnancy symptoms आप देख ही ना पाए! Kaise pata kare ki pregnant hai ?
प्रेगनेंसी टेस्ट करने पर ही आपको प्रेगनेंट होने का सटीक रिजल्ट मिल सकेगा।
देखिए, date se pehle Pregnancy जानना केवल कुछ लक्षणों के आधार पर आप प्रेग्नेंट हैं या नहीं, कहा नहीं जा सकता है!
प्रेग्नेंट होने का सटीक रिजल्ट पीरियड मिस होने के बाद ही आपको मिलेगा। यहां pregnancy check करने के लिए आपको एक हफ्ता रुकान चाहिए, जिसके बाद pregnancy check करने पर सटीक रिजल्ट मिल सकेगा।
First week Pregnancy kaise hota hai ?
पहले हफ्ते प्रेगनेंसी कैसे होता है pregnancy ke lakshan first week in hindi
प्रेगनेंसी के लिए स्पर्म और ऐग का मिलना जरूरी होता है। ये तभी संभव होगा, महिला और पुरुष शारीरिक संबंध बनाए। पीरियड में oviulation के समय बनाया गया यौन संबंध, pregnancy ke liye कारगर होता है।
पहला दिन : first week Pregnancy in hindi
संभोग के तुरंत बाद प्रेगनेंसी नहीं होती, यदि ओव्यूलेशन के चार-पांच दिन नियमित संभोग करे, अंडाणु निषेचित होने कि संभावना सबसे ज्यादा होती है।
इस समय एग अंडाशय से निकलकर फैलोपियन ट्यूब ( गर्भाशय और अंडाशय को जोड़ने वाली नली ) में इंतजार करता है pregnancy ke liye kitni baar karna chahiye ? ओव्यूलेशन में आप जितना संभोग करेंगी उतना बेस्ट रहेगा
संभोग करने पर लाखों की संख्या में स्पर्म सेल्स गर्भाशय से होते हुए, फेलोपियन ट्यूब की ओर बढ़ते हैं। जहां कोई एक स्पर्म ही अंडे तक पहुंचकर उसे फर्टिलाइज कर पाता है।
जरूरी बात: ओवरी सिर्फ एक या कुछ रेयर केसो में दो अंडे निकालती हैं, फेलोपियन ट्यूब के अन्दर एक स्पर्म सेल से फर्टिलाइज होता है। जिसके तुरंत बाद अंडे का बाहरी भाग कठोर होने लगता, ताकि दूसरा स्पर्म उसमें ना आ सके।
दूसरा दिन : first week Pregnancy in hindi
जैसे ही अंडा फर्टिलाइज हो जाता, इसका बाहरी कवच ठोस होने लगता, ताकि कोई दूसरा स्पर्म सेल्स एग फर्टिलाइज करने का प्रयास ना कर सके।
यहां अंडा एककोशिका का रहता है, फर्टिलाइजेशन के बाद विभाजन कि प्रक्रिया शुरू हो जाती, जिससे ये बहु कोशिका फिर अनेक कोशिकाओं में बटने लगता है।
फर्टिलाइजेशन के बाद, गर्भाशय की ओर अपना अगला सफर शुरू कर देता है।
जरूरी बात: इन सभी प्रक्रियाओं के समय लगता है। Kaise pata kare pregnant hai ki nhi ? प्रेगनेंसी के लक्षण इस समय बहुत बहुत बारीक होते हैं। यदि प्रयास करे, आप आसानी से pregnant hone ke lakshan देख समझ सकती हैं जैसे- पेट में ऐठन दर्द, स्वभाव में बदलाव, थकान लगना ये कुछ starting pregnancy symptoms हो सकते हैं।
तीसरा और चौथा दिन : first week Pregnancy in hindi
प्रेगनेंसी के तीसरे-चौथे दिन एग गर्भाशय में स्थापित होने के लिए सफर में होता है। आपको जानकर हैरानी होगी, इस समय अंडे को बहुत खतरो का सामना करना पड़ता है।
यहां एग गलत दिशाओ में भी जा सकता है, खासकर शरीर की सुरक्षा करने वाले सेल्स इस जीवाणु रूपी निषेचित अंडे को हानि पहुंचाने में सक्षम रहते है।
अंदर से अंडा विभिन्न कोशिकाओं में बटता रहता है। यदि ओव्यूलेशन से निकाला अंडा सुरक्षित गर्भाशय तक पहुंच जाता, तब ये गर्भाशय की दीवारो से चिपकने की तैयारी करता है।
जरूरी बात: इस समय आप pregnancy check करना चाहे तो, खुद में होने वाले अस्वाभाविक शारीरिक और मानसिक बदलाव पर ध्यान दे, pregnancy ke lakshan first week in hindi प्रेग्नेंट होने का पता चल पाएगा।
पांचवा और छठा दिन : first week Pregnancy in hindi
प्रेगनेंसी के पांचवे-छठवें दिन अंडा मुसीबतों का सामना करते हुए गर्भाशय तक पहुंचता हैं, लेकिन अभी तक अंडे में शिशु बनने की प्रक्रिया चालू नहीं हुई!
अन्दर से अंडा हजारों कोशिकाओं में बंट चुका होता है, जो गर्भाशय में पहुंच खुद को स्थापित करने के लिए उचित स्थान की खोज करता है।
गर्भाशय से चिपकने और भ्रूण बनने के लिए इसे ब्लड सप्लाई की जरूरत पड़ती है। Pregnancy ke lakshan first week में ऐठन, बिल्डिंग और स्पॉटिंग की समस्या रूप देख सकते हैं।
जरूरी बात : आपको नॉरमल पीरियड में होने वाले ब्लीडिंग और प्रेगनेंसी में इंप्लांटेशन के समय वाले बिल्डिंग में फर्क करना होगा, इंप्लांटेशन वाली ब्लीडिंग का रंग हल्का और फिका रहता है। जिसे आप starting pregnancy symptoms समझ सकते हैं।
अन्य प्रेगनेंट होने के लक्षण : Pregnancy ke lakshan first week in hindi
ऐसा नहीं सिर्फ ब्लीडिंग देख अपनी pregnancy check करें, क्योंकि ब्लीडिंग अन्य वजहो से भी आ सकती हैं। इसलिए आप others Pregnancy symptoms से भी प्रेग्नेंसी जाने ।
पीरियड मिस होना : बॉडी में हारमोंन बदलाव से ही प्रेग्नेंट होने पर पीरियड मिस होते हैं, जिसे देखकर आप आसानी से प्रेगनेंसी का पता कर सकते हैं
ब्रेस्ट के बदलाव: अक्सर प्रेगनेंसी होने पर हार्मोन स्त्राव के कारण महिलाओं में ब्रेस्ट आकार बढ़ जाता है, कुछ महिलो में ये सूजन जैसे होती, तो कुछ को खुजली की समस्या होने लगती है
स्वभाव में बदलाव: pragnant hone ke lakshan रूप शुरुआती समय में महिलाओं का व्यवहार सामान्य से बदल जाता, यह शरीर में हुए बदलाव का असर होता है, जिससे pregnancy check या test कर सकते हैं।
अत्याधिक भूख: शरीर में हुए बदलाव के कारण, अलग-अलग खनिज-पदार्थों की जरूरत आन पड़ती है। जिस वजह से कुछ विशेष भोजन के प्रति आकर्षण बढ़ जाता, जो pregnancy ke lakshan first week से भी दिखने लगते हैं।
अत्यधिक थकान: थकान और कमजोरी का महसूस होना period में आम बात हैं जो सभी महिलाओ और लड़कियों में होती है। मॉर्निंग सिकनेस, और सुस्ती लगना भी pregnancy ke lakshan हो सकते, जो पीरियड के साथ pregnant women को होते हैं।
उलटी और मतली होना : शुरुआती pregnancy ke lakshan में बहुत बार उलटी – मतली का होना, और जी मचलने जैसी समस्या pregnancy first week में देखने को मिल जाती जिससे आप pregnant hai ya nahi Jan sakte हो।
कब्ज या पाचन सम्बन्धित समस्या : क्या आपने अनुभव किया, कैसे पीरियड आने पर digestive issues Pregnancy women को देखने को मिलते है, हां ये period से हो सकते, लेकिन ऊपर दिए pregnancy symptoms के साथ ये दिखे तो pregnancy chek जरूर कर ले।
सातवां दिन : first week Pregnancy in hindi
इंप्लांटेशन कंसीव करने के 6 से 10 दिनों के भीतर होता है। यहां शरीर से एस्ट्रोजन हार्मोन कम होने लगता, जिससे गर्भाशय खुद इंप्लांटेशन के लिए तैयार करता है
फिर जैसे अंडा गर्भाशय की दीवार से चिपक जाता, इसके आसपास सुरक्षा के लिए कवच बनने लगता, जो बॉडी को hCG हार्मोन निकालने का संकेत देता हैं। जिसेसे pregnancy ke lakshan first week in hindi नहीं दिखने पर “प्रेग्नेंसी कीट” का उपयोग कर प्रेग्नेंट होने का पता लगा सकते हो।
यदि आपको प्रेगनेंसी हुई होगी, तो आपका एस्ट्रोजन हार्मोन बढ़ जाएगा। गर्भाशय पर जमी परत ब्लीडिंग के साथ निकल जाएगा, और इसके बाद शरीर खुद को पीरियड के लिए तैयार करने लगता है।
जरूरी बात:
प्रेग्नेंसी टेस्ट कब करना चाहिए? प्रेग्नेंसी टेस्ट करने के लिए शरीर में hCG हार्मोन का होना जरूरी है, इंप्लांटेशन के बाद शरीर hCG हार्मोन निकालता है जो पूरे शरीर मे पहुंचने में 1 से 2 हफ्ते लग जाते है। इस लिए आपको प्रेग्नेंसी टेस्ट करने से पहले 1 या 2 हफ्ते रुकना चाहिए।
Conclusion:
याद रखिए, कुछ महिलाओं को प्रेग्नेंसी की शुरुआत में पेट में ऐठन और दर्द सकती है, कुछ महिलाओं के लिए ये बिल्कुल सामान्य रहेगा। साथ ही ऐठन और दर्द अन्य वजहों से भी हो सकता हैं। इसलिए प्रेग्नेंसी का सटीक रिजल्ट आपको टेस्ट करने पर ही मिलेगा।
आशा है आपको pregnancy ke lakshan first week in hindi में किस तरह के pregnancy symptoms दिखते है, जान गए होगे। अगर आपको pregnant hone या pregnancy ke baare me jankari चाहिए तो आप हमारे facebook page Hindiram पर पूछ सकते है।