गर्भावस्था 18वां सप्ताह – शिशु विकास, गर्भावस्था लक्षण और प्रेगनेंसी केयर टिप्स | 18 week pregnant in hindi

अट्ठारह सप्ताह गर्भवती होने पर जहां दूसरे लोग जानने लगें होते है आप गर्भवती हैं वहीं अन्दर से आप शिशु को महसूस करने लगी होती हैं। पेट में बुदबुदाहट होना – या तो यह आपकी प्रेगनेंसी भूख हैं या आपके शिशु की पहली हरकत…

अट्ठारह सप्ताह में भ्रूण जमाई और हिचकीयां ले रहा होता है यह गर्भावस्था का वह दौर है जहां आपकी प्रेगनेंट बैली वास्तविक रुप से दिखने लगी होती है तथा गर्भाशय लगातार बाहर को निकल रहा होता है। कमर सिकुड़ कर एब्डॉमिन में आने लगा होता हैं

अब समय है एक बड़े बदलाव का, अट्ठारह सप्ताह गर्भावस्था शुरूआत के साथ गर्भवती को साइड होकर सोना शुरू कर देना चाहिए ना की पीठ के बल, क्योंकि शिशु और गर्भाशय बड़े होने लगें है। जिसके कारण बड़ी नसों पर प्रेशर बढ़ने से दबाव पड़ने लगा होता है। इस वजह से हृदय तक रक्त कम मात्रा में पहुंचता है जो आपको विचलित और ब्लड प्रेशर लो होने का कारण बनाता हैं।

सुनने में यह भले भयंकर लग रहा हो, लेकिन इसे आप केवल साइड होकर सोने से खुद को बचा सकती है। हालांकि, बस यही नहीं को प्रेशर का शिकार बनती हैं इसके अलावा भी बहुत कुछ हो रहा होता है…

18 week of pregnancy मतलब – 5 माह गर्भावस्था

2nd trimester मतलब – गर्भावस्था दूसरी तिमाही

22 week’s to go मतलब – 22 सप्ताह बचें

Table of Contents

अट्ठारह सप्ताह गर्भावस्था – शिशु का विकास, प्रेगनेंसी सिंप्टम्स और देखभाल से जुड़ी जरूरी बाते | 18 week pregnant in hindi

18-week-pregnancy-in-hindi

Here’s quick summary

  • इस सप्ताह शिशु को उसकी पहचान मिल गई हैं मतलब शिशु में उसके अपने फिंगरप्रिंट आ गए होते हैं
  • मेलिन (गर्म कवच) जो शिशु के नर्व और स्पाइनल कॉर्ड में बन रहा होता है यह शिशु के पहले जन्म दिन तक विकसित होता हैं
  • इस सप्ताह शिशु के जननांग भी पूरी तरह बन गए होते हैं। 

अट्ठारह सप्ताह गर्भावस्था में शिशु का विकास | Baby development by week 18 in hindi

अट्ठारह सप्ताह में शिशु का आकार कितना हैं – baby size at 18 week 

अब आप गर्भावस्था के 18 सप्ताह में पहुंच चुकी है जहां माता और शिशु दोनों में अनेकों बदलाव हो रहे होते है। शिशु अभी सिर से पांव तक 5 ½ इंच (14 cm) तक लंबा हो गया होता है उसका वजन भी 0.14 से 0.18 kg तक बढ़ गया है।

शिशु का जम्हाई लेना

वैसे तो शिशु पहले के मुकाबले काफी बड़ा हो चुका हैं। अब तो आप उसकी कुछ हरकतों को भी महसूस करने लगीं होंगी जैसे – शिशु का घूमना, लात मारना 

मगर इस सप्ताह सबसे अनोखा बदलाव जो शिशु में होता है शिशु “जमाई लेना” सीख गया होता हैं। हिचकी और जमाई लेने में शिशु माहिर होने लगा है जिसे कुछ सप्ताहो में आप महसूस भी करने लगेंगी।

शिशु मेच्योर बनने लगा हैं

हालांकि, इसका पता आपको अभी नहीं चलेगा, लेकिन जब आप अट्ठारह सप्ताह की गर्भवती होती है शिशु में दिमागी विकास बहुत तेजी से होने लगा होता हैं मतलब दिमागी नर्व सेल्स जो सूचनाओं का आदान प्रदान करते हैं वह तेजी से विकसित होने लगे है। 

इस बड़े बदलाव के कारण शिशु में सुनने और देखने की क्षमता विकसित होने लगी है अब तो शिशु अलग-अलग आवाजों के प्रति सचेत बन गया होता हैं

शिशु के जनानांग

शिशु आकार में अभी एक छोटे खीरे के जितना बढ़ा हो गया है तथा आपका गर्भाशय एक शकरकंद के जितना, इस समय आप यह तो नहीं जान सकती आपको लड़का होगा या लड़की मगर अट्ठारह सप्ताह गर्भावस्था में शिशु के जनानंग लगभग विकसित हो चूके होते है।

अट्ठारह सप्ताह में गर्भवती का शरीर | Your body at 18 week pregnant in hindi

आपके पीठ का दर्द

जब गर्भाशय बढ़ने और बाहर को निकलने लगता है शरीर खुद पर संतुलन बनाने के लिए, पीठ कर्व के समान पिछे झुकने लगता हैं जिससे पीठ में दर्द की समस्या होने लगती हैं। 

हालांकि, पूर्ण रुप से अभी तो आप इस समस्या से छुटकारा नहीं पा सकती लेकिन आराम करते वक्त पैरों को थोड़ा ऊपर उठा लेना प्रेशर रिलीज करने में मदद करता हैं वॉर्म बाथ लेना भी पीठ दर्द में आपकी काफ़ी सहायता कर सकता है।

हार्ट बर्न होना

कई बार खाने का एक निवाला ही पेट में आग लगाने के लिए काफी रहता है। हार्टबर्न की समस्या प्रेगनेंसी में समान्य है जिससे लगभग सभी महिलाएं गुजरती हैं बचाव के लिए आप कुछ ये तरीके अपना सकते है –

खाने को धीरे धीरे और चबा कर खाएं, एक साथ कभी भी बहुत सारा खाना ना खाएं बल्कि छोटे रूप अधिक बार भोजन करें, स्नैक्स भी ले। 

अट्ठारह सप्ताह गर्भावस्था के लक्षण | 18 week symptoms of pregnancy in hindi

शिशु की हरकतें

अगर आपको भी पेट में कुछ कुछ महसूस होता हो या फिर आवाजे सुनाई देती हैं तो अब वह समय दूर नहीं जब आप शिशु की हरकतों को स्पष्ट रूप से महसूस कर रही होंगी। लेकिन चिंता ना करें अगर अभी आपको कुछ महसूस ना हो शायद शिशु को महसूस करने के लिए अभी भी कुछ सप्ताह शेष हैं

ब्लोटिंग और गैस

गैस को रोकने की कोशिश करना उसे वापस अंदर की ओर ढकेल देता हैं जों आपकी समस्या और बढ़ा सकता हैं इसलिए खुद को रिलैक्स रखें।

पैरों में ऐठन

पिछली तिमाही में बार-बार टॉयलेट जाना, नींद खराब करना जैसी समस्या ने खूब आपको परेशान किया होता हैं मगर इस सप्ताह आप पैरों की ऐठन से परेशान होंगी। एक्सपर्ट्स की सुने तो इसकी वजह अभी भी साफ नहीं आखिर ये क्यों होता है?     

कुछ महिलाओं के मुताबिक मैग्निशियम सप्लीमेंट लेना लेग क्रैंप्स की समस्या में उनकी बहुत सहायता करता है। लेकिन किसी भी तरह के सप्लीमेंट लेने से पहले आपको अपने डॉक्टर से एक बार सलाह जरुर लेना चाहिए

मसूड़ों का संवेदनशील होना

प्रेगनेंसी हार्मोन का एक और प्रभाव, ब्लीडिंग गम और मसूड़ों में इरीटेशन होना, कई बार ये मसूड़ों में सूजन का कारण भी बन जाते हैं।

इसलिए यह जरूरी हैं आप दिन में दो बार ब्रश करें, दांतो में फंसे खाने को साफ करें। गर्भवास्था में मुंह की सफाई गर्भवतियों को periodontal डिजीज के खतरे से बचाता है 

पैरो में सूजन

प्रेगनेंसी में जब शरीर अतरिक्त मौजूदा फ्लूइड सोखने लगता हैं गुरूत्वाकर्षण के कारण ये फ्लूइड धीरे धीरे पैरो में जमा होने लगते हैं जिसके कारण आप पैरों में सूजन देख सकती है। हालांकि, इस समस्या से अभी आप पूर्णतः छुटकारा नहीं पा सकती मगर कुछ चीजें हैं आपको इससे आराम पाने में मदद कर सकता हैं जैसे – ज्यादा देर खड़े या बैठें ना रहें, आराम करते समय आप पैरो को ऊपर उठा लिया करें

स्ट्रेच मार्क्स

अगर स्ट्रेच मार्क्स का दिखना आपको अच्छा नहीं लगता हैं तो आप अपने पार्टनर को बैली पर मोशुराइजर या लोशन लगाने को बोल सकती है और मसाज करने को भी बोले, ये पूरी तरह तो नहीं लेकिन कुछ मात्रा में स्ट्रेच मार्क्स कम जरुर कर देगा

अट्ठारह सप्ताह गर्भावस्था में पेट निकलना | Pregnant belly at 18 week in hindi

जब आप 18 सप्ताह की गर्भवती होती हैं आपकी प्रेगनेंट बैली फैलने और तेजी से स्ट्रैच होने लगती हैं जिससे आपको इसमें प्रेशर भी महसूस हो रहा होगा, इन्हीं सब के कारण आपको प्रेगनेंसी के सिंप्टम्स भी महसूस हो रहे होते हैं

यहां आपका गर्भाशय और शिशु दोनों तेजी से बढ़ रहें होते हैं, लेकिन याद रखें, सभी गर्भवतियां अलग होती है प्रेगनेंसी भी अलग होती हैं इसलिए यदि आपको प्रेगनेंसी बैली नहीं भी दिख रही हो तो चिंता ना करे

एक सामान्य BMI वाली गर्भवती को 18 सप्ताह में 1 से 2 पाउंड प्रति सप्ताह के दर से वजन गेन करने की सलाह दी जाती है (यहां सिंगल और ट्विंस दोनों गर्भवतियों को समान रूप से वजन बढ़ाना चाहिए), इस बीच यदि आप अचानक से बहुत ज्यादा वजन बढ़ते या कम होते देखे तो तुरंत अपने विशेषज्ञ को इसकी जानकारी दे

अट्ठारह सप्ताह गर्भावस्था में अल्ट्रासाउंड | Ultrasound in 18 week of pregnancy in hindi

आखिर शिशु अट्ठारह सप्ताह का गर्भ के अंदर क्या कर रहा होता है…? बहुत कुछ! जब आप 18 सप्ताह की गर्भवती होती हैं शिशु के मसल्स कार्य करने लगें होते हैं अब यह उन हरकतों को करने का प्रयास कर रहा होता है जो उसे गर्भ के बाहर कार्य आने वाले होते है। शिशु जमाई और हिचकीयां लेने लगा होता है। वह इधर-उधर घूमने, लात मारने लगा होता हैं

अट्ठारह सप्ताह गर्भावस्था आने पर एक बहुत बड़ा अल्ट्रासाउंड टेस्ट जो आपके कैलेंडर में जल्द ही आने वाला होता हैं। जिसे “मीड प्रेगनेंसी अल्ट्रासाउंड” “लेवल 2 अल्ट्रासाउंड” या “एनाटॉमी स्कैन” कहते हैं। इसमें शिशु के शरीर को पूरी तरह से जांचा जाता है

आपके 18 सप्ताह शिशु में विकास को देखा जाएगा, उसके मुख्य अंगो में विकास को देखा जाता है एमनियोटिक फ्लूइड, प्लेजेंटा लोकेशन, फेटल हार्ट रेट आदि को चेक किया जाता हैं।

यदि आप जुड़वा बच्चों से गर्भवती होंगी तो भी दोनों शिशुओं को एक ही एनाटॉमी स्कैन के जरिए जांचा जाएगा। मीड प्रेगनेंसी अल्ट्रासाउंड टेस्ट में शिशु के लिंग को भी आसानी पता लगाया जा सकता है

गर्भावस्था में याद रखने वाली चीजें – 18 week pregnant checklist

  • स्लीपिंग पोजीशन में बदलाव करें
  • शिशु केयर के बारे में जानकारियां इकट्ठा करें
  • मीड प्रेगनेंसी अल्ट्रासाउंड या लेवल 2 अल्ट्रासाउंड के लिए तैयार रहें।
  • अपने नए सिंप्टम्स के बारे में विशेषज्ञ से चर्चा करें
  • अपने पार्टनर, दोस्तो और परिवार के साथ समय बिताएं

गर्भावस्था अट्ठारह सप्ताह केयर टिप्स | Self care tips 18 week pregnant in hindi

अचानक आने वाले चक्कर से बचें

प्रेगनेंसी में, प्रोजेस्ट्रोन हार्मोन शिशु के लिए रक्त प्रवाह बढ़ देता है जिसके कारण मस्तिष्क तक रक्त कम मात्रा में प्रवाह होने लगता हैं जिससे लो ब्लड प्रेशर की भी समस्या होने लगती हैं यहीं आपके अचानक आने वाले चक्कर का भी कारण है इससे बचने के लिए आप अचानक से अपना पोजीशन न बदला करें 

रिलेक्सीन हार्मोन के लिए तैयार

गर्भावस्था की दूसरी तिमाही में आपका शरीर रिलेक्सीन हार्मोन रिलीज करने लगता हैं यही हार्मोन आपके लिगामेंटस लूज होने का कारण भी बनता है लिगामेंट्स का लूज होना ही पेल्विस और हिप्स में दर्द होने का कारण बनता हैं

गर्भावस्था में भले ये दर्द आपको परेशान कर रहा हो, लेकिन जब जन्म का समय नजदीक आता है लिगामेंटस का लूज होना ही आपके शिशु के बड़े सिर को बाहर आने में मदद करता हैं

अपने निरीक्षक से चर्चा करें

अगर गर्भावस्था या शिशु को लेकर आपके मन में कोई भी सवाल हैं यही वह समय है जब आपको निरीक्षक से अपने सभी सवालों के उत्तर पूछने चाहिए, फिर चाहें वह दवाई हों, वैक्सीन या डिलीवरी से सम्बंधित कोई प्रश्न

आयरन की मात्रा

प्रेगनेंसी में आयरन की पूर्ति सभी गर्भवतियों के लिए बेहद आवश्यक होता हैं यदि आप शाकाहारी है आयरन के लिए आपको सप्लीमेंट ट्राई करना चाहिए

भोजन जो आपको भरपूर मात्रा में आयरन दे सकते हैं जैसे – बीन्स, सोया प्रोडक्ट, ओट्स, कादू बीज आदि लेकिन यदि इनसे आपकी आयरन कि डेली सर्विंग पूरी ना हों पा रही हों तो आप आयरन सप्लीमेंट यूज कर सकते हैं

सप्लीमेंट लेने से पहले रहे सतर्क 

खासकर नेचुरल के नाम पर मिलने वाले कोई भी सप्लीमेंट उपयोग करने से बचें, क्योंकि, भले कंपनी इनके नेचुरल होने का दावा करती हो, जो इसे आम लोगो के प्रति आकर्षक बनता हो मगर इन्हें किसी भी प्रकार से परीक्षण नहीं किया गया होता है

जरूर, कुछ हर्बल प्रोडक्ट प्रेगनेंसी के लिए फायदेमंद होते हों मगर सबके साथ ऐसा नहीं है इसलिए कोई भी सप्लीमेंट उपयोग से पहले अपने डॉक्टर से चर्चा जरूर कर लें

कसरत करते वक्त सावधान रहें

गर्भावस्था में आपको एक समान्य व्यक्ति की तरह कसरत करने से बिल्कुल बचना चाहिए तथा खासकर प्रेगनेंसी में शारीरिक हरकतों पर आपको विशेष रुप से ध्यान देना चाहिए

यदि आप किसी योग्य प्रैक्टिशनर के निर्देशन में कसरत करते है वे आपको उचित व्यामो को ही करने को कहेंगे, लेकिन यदि आप खुद ये सब करते है तो आपको बहुत सावधानी बरतने कि जरुरत हैं।

बार बार ऊपर नीचे होना, कंधों, पीठ के बल लेटना आपके लिए वर्जित रहेगा, साइकिल चलाने से भी दूर रहें। साथ ही घुटनों को मोड़ने और उछल कूद करने से खुद को बचाएं

शिशु की लातों के लिए तैयार रहें

शायद आपको अहसास ना हो रहा हो, लेकिन शिशु आपको लात मारने लगा होता हैं। इसे शायद आप अलग अलग रूपों में महसूस कर रहीं होती हैं जैसे – गैस या पेट में अन्य अहसास

ये उन महिलाओं को और आसानी से पता चलने लगता हैं जो पतली है। इसमें बेबी का पोजीशन भी निर्भर करता है। जन्म का समय दूर होना भी शिशु की हरकतों को प्रभावित करता है इसलिए चिंता ना करे यदि आपको कुछ अहसास ना हो रहा हो तो…

अट्ठारह सप्ताह के लिए प्रेगनेंसी डाइट

यदि आप वेजीटेरियन है तो आपको जरूरी पोषक तत्व जैसे प्रोटीन, विटामिन बी12, कैल्शियम, विटामिन डी, डीएचए, आयरन और फोलेट की उचित मात्रा लेना आवश्यक हैं 

  • प्रोटीन युक्त भोजन खाए – जैसे नाइट्स, मूंगफली, दाल
  • यदि आप दूध नहीं पीना चाहती, तो आप दही का सेवन करें 
  • हरी सब्जियां खाये, रेशेदार फल और सब्जियां जरूर सेवन करे

FAQ. प्रेगनेंसी में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों के उत्तर

क्या प्रेगनेंसी में सेक्स कर सकते हैं?

जी हां…, प्रेगनेंसी में संभोग करना पूरी तरह सुरक्षित हैं व इससे शिशु को कोई नुक्सान नहीं होता है, बल्कि शिशु को इन सबका कुछ पता ही नहीं होता 

प्रेगनेंसी में कौन सी गलतियां ना करें?

प्रेगनेंसी में नशीले पदार्थों के सेवन से दूर रहें, ऐसे कार्यों को न करें जिसमें अत्याधिक शारीरिक कसरत की जरूरत हो

प्रेगनेंसी में क्या करना चाहिए?

एक प्रेगनेंसी बहुत से उतार चढ़ावो से भरा होता है इसलिए आपको एक हेल्दी लाइफ स्टाइल अपनाने की जरूरत है, अपने पार्टनर, परिवारजनों और दोस्तों के साथ समय व्यतीत करें

Hindiram के कुछ शब्द

18 week of pregnancy in hindi : प्रेगनेंसी का ये सप्ताह गर्भवती और शिशु दोनों के लिए अनेकों बदलाव लेकर आता है लेकिन अभी सबसे जरूरी होगा आप खुद का और शिशु का ख्याल रखें, हेल्दी डाइट ले, और अधिक से अधिक पानी पिए, यदि आपको किसी प्रकार की शंशा हैं तो अपने निरीक्षक से परामर्श कर सकते हैं

Share on:    

Leave a Comment