क्या आपने बच्चे का नाम सोच लिया है?? ऐसा देखा जाता है बहुत से माता-पिता जन्म से पूर्व अपने बच्चे का नाम सोच लिए होते हैं। लेकिन अगर अभी भी आप असमंजस में है और शिशु का नाम क्या रखें सोच रही हैं तो आप छोटे बच्चों के नामो कि इस लिस्ट को देखे….
उसमें हमने आपको नाम और उनका अर्थ क्या होता है बतलाया हैं। हालांकि, इक्कीस सप्ताह गर्भावस्था में आप सिर्फ शिशु का नाम ही नहीं ढूंढ रही होती, बल्कि उसके आने की भी तैयारी में भी जुटी होती है।
शिशु के आने में अभी भी कुछ समय शेष है। इसलिए आपको शिशु को विकसित होने में मदद करनी चाहिए, चलिए जानते हैं इस सप्ताह गर्भवती और शिशु में किस तरह के बदलाव हो रहें हैं तथा आपको किन चीजों का ख्याल रखना चाहिए
21 week of pregnancy मतलब – 5 माह गर्भावस्था
2nd trimester मतलब – गर्भावस्था दूसरी तिमाही
19 week’s to go मतलब – 19 सप्ताह बचें
Table of Contents
इक्कीस सप्ताह गर्भावस्था – शिशु का विकास, प्रेगनेंसी सिंप्टम्स और देखभाल से जुड़ी जरूरी बाते | 21 week pregnant in hindi
Here’s quick summary
- शिशु इस सप्ताह हरकत में आ गया है हांथो और पैरों के बराबर होने से शिशु की लंबाई में भी उछाल आया है।
- शिशु के लीवर भी अपना कार्य सुचारु रूप से करने लगे हैं। जिससे ये अधिक मात्रा में रक्त का निर्माण करने लगें, बोन मैरो भी मदद के लिए काफी मैच्योर हो गया है।
- हालांकि, पोषण के मामले मे प्लेसेंटा अभी भी नंबर वन पर है। परन्तु शिशु अब कुछ मात्रा में amniotic fluid भी लेने लगा है।
इक्कीस सप्ताह गर्भावस्था में शिशु का विकास | Baby development by week 21 in hindi
इक्कीस सप्ताह में शिशु का आकार कितना हैं – baby size at 21 week
इस सप्ताह से शिशु की लम्बाई सिर से पूंछ के बदले सिर से पैरों तक कि मापी जाती हैं। जहां लंबाई में शिशु 10 ½ इंच का हो गया होता हैं वजन में भी 11 से 12½ आउंस का हो गया होता हैं।
अनुमान के तौर पर शिशु एक बड़े केले जितना बड़ा है। अंदर अब उसे थोड़ी मशक्कत करनी पड़ सकती है जैसे जैसे शीशु बड़ा हो रहा है आकार बढ़ने से उसके लिए जगह कम पड़ने लगती हैं।
चिंता ना करे अंदर अभी शिशु के लिए काफी जगह मौजूद है। जहां वह घुम भी सकता हैं। कलाबाजी कर सकता है। उसकी हरकतों को देखकर लगता तो नहीं होगा शिशु कभी आंखें बंद भी करता हैं, लेकिन सच तो ये है शिशु बहुत सोता हैं।
शिशु के टेस्ट बड्स
आप जो भी खाती हैं संभवतः शिशु भी उसे टेस्ट कर रहा होता हैं। इक्कीस सप्ताह गर्भवती होने पर शिशु रोज कुछ मात्रा में amniotic fluid पी रहा होता हैं।
ये सिर्फ न्यूट्रीशन और हाइड्रेशन के लिए नहीं है बल्कि शिशु गटकने और पाचन क्रिया सीख रहा होता हैं जों उसे जन्म के बाद भी काम आने वाला होता हैं
एमनियोटिक फ्लूइड का स्वाद हमारी रोजमर्रा की खाई हुई चीज़ों से बनता हैं। अब तो कुछ रिसर्च भी मानते हैं शिशु गर्भ में जो भी टेस्ट करता हैं जन्म के बाद वह उस टेस्ट की चीज़ों को खा सकता हैं।
शिशु का समन्वय होना
आपका शिशु अब एक समन्नानतर (समन्वय) गती से हरकतें करने लगा है। जब आप इक्कीस सप्ताह की गर्भवती होती है शिशु के हाथ व पैर एक समन्नानतर आ जाते हैं। तंत्रिका तंत्र भी मस्तिष्क को शरीर के अन्य अंगो से जोड़ चुका होता हैं।
इतना विकसित हो जाने से शिशु अपने शरीर पर नियंत्रण पा चुका होता हैं जिसके कारण वह अब लात भी मारने लगा होता हैं।
शिशु की आईलीड
शिशु के आईलीड जों ग्यारह सप्ताह के दौरान बन्द हुई थी, इस सप्ताह वह भी खुलने लगी होती हैं।
लाल रक्त कोशिकाए
अब तक, शिशु का यकृत ही लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण कर रहा था। लेकिन अब शिशु का बोन मैरो भी सक्षम हैं कि वह लाल रक्त कोशिकाओ का निर्माण कर सकता हैं। तथा 24 सप्ताह तक बोन मैरो ही शिशु में मुख्य अंग होता हैं जो लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण कर रहा होता हैं।
इक्कीस सप्ताह में गर्भवती का शरीर | Your body at 21 week pregnant in hindi
इक्कीस सप्ताह में जुड़वा बच्चे
जुड़वा बच्चों के साथ अगर आप इक्कीस सप्ताह की गर्भवती हैं तो इस सप्ताह आपकी प्रेगनेंट बैली टाईट, इची और ड्राई लग रही होगी, शायद आपने स्ट्रेच मार्क्स भी डेवलप कर लिया हो। अपने पेट को लगातार मॉइश्चराइज करते रहें। क्रीम, लोशन या मॉइश्चराइजर उपयोग करना खुजली, इरीटेशन जैसी समस्या से आराम दिलाता हैं।
हार्टबर्न भी इस समय आपका दोस्त हो सकता हैं इसलिए अपने खान पान पर भी अवश्य ध्यान दें। छोटे छोटे मिल्स खाएं। अगर इन सब के बावजूद आराम न मिलें तो डॉक्टर से परामर्श लें।
स्ट्रेच मार्क्स
इक्कीस सप्ताह गर्भवती होने पर शायद शिशु भी आपको निशानी के तौर पर स्ट्रेच मार्क्स देने लगा होता है। ये लाल, गुलाबी, भूरे रंग के खरोच जो आपके पूरे शरीर में फैले होंते हैं खासकर पेट पर ये आसानी से देखने को मिल रहें होते हैं।
दुर्भाग्यवश, यहां ऐसा कोई तरीका नहीं जो प्रेगनेंसी में आपको स्ट्रेच मार्क्स से बचा सकें, लेकिन यदि शुरूआत से आप इन्हें मॉइश्चराइज करती आ रही हैं तो आप काफी आराम महसूस कर रही होंगी।
एंजाइटी
अब आप प्रेग्नेंट भी दिखने लगी है। इसलिए शिशु की लात को गैस समझने का भ्रम न करें। मां बनने की एक अलग ही खुशी आप महसूस कर रही होंगी, शायद प्रेग्नेंसी की असलियत जानने लगी है।
माता पिता को अक्सर प्रेगनेंसी के ऐसे समय में अत्याधिक चिन्ता, एंजाइटी होने लगती है जो पूरी तरह लाज़मी भी है। क्युकी कुछ ही समय में बहुत कुछ बदल गया है। आपको अपने दोस्तों के साथ समय बिताना चाहिए।
इक्कीस सप्ताह गर्भावस्था के लक्षण | 21 week symptoms of pregnancy in hindi
शिशु की हरकतें
शुरुआत में वैसे अधिकांश महिलाएं शिशु की हरकतों (लात मारने) को गैस समझने की भूल कर बैठती हैं। हालांकि, अभी अपको शिशु के इन हरकतों को प्यार से सराहने कि जरुरत हैं क्योंकि समय बढ़ने के साथ ये अधिक तीव्र और दर्द भरे होने लगते हैं।
बढ़ती भूख
अब तो हर समय आपका कुछ-ना-कुछ खाने का मन करने लगा होता हैं। जरुरी ये है इस समय आप हेल्दी चीज़ों से अपने शिशु को पोषित करें। हेल्दी स्नैक्स, नट्स, फ्रूट्स और वेजीटेबलस का सेवन करें। अपने किचन को पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थों से भरे, हो सकें तो जंक फूड से परहेज करना ही आपके लिए बेहतर होगा।
ब्लोटिंग और गैस
गर्भाशय का बढ़ना आपके लिए प्रेगनेंसी की दिक्कतों को बढ़ा देता हैं। गैस, कब्ज भले ये प्रेगनेंसी में समान्य है मगर इनका होना आपके लिए बिल्कुल भी सुविधा पूर्ण नहीं होता है। अधिक से अधिक पानी पिए और फाइबर रिच फूड खाएं, ये आपको कब्ज जैसी समस्याओं में बहुत आराम पहुचायेगा।
पीठ दर्द
प्रेगनेंसी में सिर्फ शरीर के भार में बदलाव नहीं आता, बल्कि इसका असर पीठ पर भी दिखने लगता है जो अपको पीठ दर्द से पीड़ित बना रहा होता हैं वैसे ये सब रेलैक्सिन हार्मोन के कारण हो रहा होता हैं जो आपके लिगामेंट्स को रिलैक्स कर देता है यहीं पीठ दर्द का कारण भी होता हैं।
ब्लीडिंग गम
मसूड़ों के संवेदनशील होने के कारण ही आपके टूथब्रश कई बार लाल या गुलाबी हो जाते हैं। आपको चिपचिपे खाद्य पदार्थों को खाने से बचना चाहिए। खासकर जब उसके बाद आप ब्रश ना कर पाए। मीठे चीजें भी दांतों को जर्म्स के लिए सवेदंशिल बना देती हैं।
बढ़ते नाखून
शायद आपने महसूस किया होगा आपके नाखून काफी तेजी से बढ़ने लगें हैं। यह भी प्रेगनेंसी हार्मोन के कारण होता हैं जो शरीर में न्यूट्रिएंट की मात्रा बढ़ा देते हैं जिससे आपके नाखून तेजी से बढ़ने लगते हैं।
इक्कीस सप्ताह गर्भावस्था में पेट निकलना | Pregnant belly at 21 week in hindi
इक्कीस सप्ताह गर्भवती होने पर आप शायद खुद को आईने में देख अपनी इक्कीस सप्ताह प्रेगनेंट बैली को देखकर चिंता में पड़ सकती है। क्युकी जब आप इक्कीस सप्ताह गर्भावस्था में पहुंचती है आपने 13 से 14 पाउंड तक वजन गेन कर लिया होता हैं।
अपने नए शारीरिक आकार को लेकर आप काफी रोमांचित हो उठीं होंगी, पर शायद वजन का अधिक बढ़ना आपको चिंता में डाल रहा होता हैं। घबराएं नहीं, खुद को याद दिलाए आप गर्भवती हैं और यह भी की आपको अभी और वजन गेन करना है। यह आपके और शिशु दोनों के लिए आवश्यक है।
वैसे गर्भावस्था में वजन बढ़ना बस शिशु के कारण नहीं होता है बल्कि इन सभी वजनों का अपना महत्व होता है। एक स्वस्थ महिला गर्भावस्था में लगभग 30 पाउंड तक वजन गेन करती है।
- एक फूलटर्म बेबी का वजन – 7.5 पाउंड
- प्लेसेंटा – 1.5 पाउंड
- गर्भाशय (यूट्रस) – 2 पाउंड
- एमनीओटिक फ्लूइड – 2 पाउंड
- गर्भावस्था में एकत्रित फैट, प्रोटीन व अन्य पोषक तत्व – 7 पाउंड
- ब्रेस्ट टिशू (ब्रेस्टफीडिंग के लिए) – 2 पाउंड
- बॉडी फ्लूइड – 4 पाउंड
- रक्त स्तर – 4 पाउंड
इन सभी बातों से आप अंदाजा लगा सकती हैं हर एक पाउंड वजन कितना महत्वपूर्ण है शिशु को जिंदा और हेल्दी रखने के लिए और उसे जन्म के बाद पोषित करने के लिए, इसलिए अपने बदलते शरीर की चिंता ना करें।
इक्कीस सप्ताह गर्भावस्था में अल्ट्रासाउंड | Ultrasound in 21 week of pregnancy in hindi
इक्कीस सप्ताह में यदि आप “मीड प्रेगनेंसी अल्ट्रासाउंड टेस्ट” कराने जा रही हैं तो आप शिशु की बहुत प्यारी – प्यारी झलकें पाने वाली है। इक्कीस सप्ताह का अल्ट्रासाउंड आपको काफी रोमांच से भर देगा, यहां न सिर्फ आप शिशु को देखेंगी बल्कि उसके आन्तरिक अंगों को भी स्पष्टता से देख पा रही होती हैं। जैसे उसके हृदय, मस्तिष्क को
अपने डॉक्टर को शिशु के इमेजेस कि अनेक प्रतियां निकलवाने को कहें, क्युकी यदि आप एक स्वस्थ प्रेगनेंसी में हैं तो प्रेगनेंसी में आपका आखरी अल्ट्रासाउंड टेस्ट होने वाला है जिसे आप गर्भावस्था में करा रही होती हैं।
गर्भावस्था में याद रखने वाली चीजें – 21 week pregnant checklist
- अपने पार्टनर के साथ समय बिताए तथा अपनी चिंताओं को उनसे साझां करें
- अधिक से अधिक फ्लूइड ले
- पैरों को ऊपर उठाकर आराम करें, जब सम्भव हो सकें
- थोड़ा बहुत फिजिकल एक्टिविटी में शामिल होए
- लेफ्ट साइड होकर सोए
- ढीले कपड़े पहने
- अधीक समय खड़े या बैठें ना रहें
गर्भावस्था इक्कीस सप्ताह केयर टिप्स | Self care tips 21 week pregnant in hindi
पैरों को ऊपर उठाकर आराम करें
पहले के मुकाबले अब आपके शरीर में फ्लूइड की मात्रा लगभग 50% बढ़ गई होती है फ्लूइड बढ़ने से ही शरीर के कुछ अंगो में आप सूजन भी महसूस करने लगी होती हैं शायद पैरों में, एंकल। इसलिए एक्सपर्ट्स पैरों को ऊपर उठाकर आराम करने कि सलाह देते हैं।
अधिक से अधिक फ्लूइड ले
प्रेगनेंसी के इस समय अधिक से अधिक फ्लूइड लेना बहुत प्रकार से आपकी मुश्किलों को कम कर सकता हैं। हाइड्रेटेड रहना आपको इक्कीस सप्ताह प्रेगनेंसी के लक्षणों से लड़ने में आपकी सहायता करता हैं यह शरीर को पानी की कमी होने से बचाता हैं तथा ब्रैक्सटन हाइक कॉन्ट्रेक्शन कों भी शांत करने में मदद करता हैं
वजन बढ़ने का ध्यान रखें
गर्भावस्था में एक महिला को कितना वेट गेन करना चाहिए यह निर्भर करता है। आपके निरीक्षक आपको पहले ही एक टारगेटड वेट गेन कितना करना चाहिए बता दिए होंगे। हालांकि, एक स्वस्थ महिला प्रेगनेंसी में लगभग 30 से 35 पाउंड तक वजन गेन करती है। तथा इक्कीस सप्ताह तक आप लगभग 10 से 14 पाउंड तक वजन गेन कर चुकीं होती हैं।
थोड़ा फिजिकल एक्टिविटी में शामिल होए
प्रेग्नेंसी के दौरान कुछ मात्रा में फिजिकल एक्टिविटी करते रहना आवश्यक हैं आप खुद को शारीरिक रूप से एक्टिव रखें। ये आपके बॉवेल को भी सही रखने में मदद करेगा और कब्ज जैसी समस्या को भी दूर रखता है
एनीमिया से बचें
आप चाहें तो आयरन सप्लीमेंट ले सकते हैं। वैसे आयरन आपको बहुत खाद्य पदार्थों में भी मिल जाएगा मगर अच्छा यही होगा आप अपने जरूरी न्यूट्रिएंट की पूर्ति अवश्य करें।
प्रेग्नेंसी में रोज आपको 27 मिलीग्राम आयरन लेना चाहिए। यह शिशु के लिए भी आवश्यक है। यदि आपमें आयरन की कमी होगी तो निरीक्षक आपको सप्लीमेंट लेने की सलाह दें सकते हैं।
इक्कीस सप्ताह के लिए प्रेगनेंसी डाइट
यदि आप वेजीटेरियन है तो आपको जरूरी पोषक तत्व जैसे प्रोटीन, विटामिन बी12, कैल्शियम, विटामिन डी, डीएचए, आयरन और फोलेट की उचित मात्रा लेना आवश्यक हैं
- प्रोटीन युक्त भोजन खाए – जैसे नाइट्स, मूंगफली, दाल
- यदि आप दूध नहीं पीना चाहती, तो आप दही का सेवन करें
- हरी सब्जियां खाये, रेशेदार फल और सब्जियां जरूर सेवन करे
ध्यान देने योग्य बातें
गेस्टेशनल डाईबटीज स्क्रीनिंग टेस्ट, ये आपको 24 से 28 सप्ताह के दौरान कराना पड़ सकता हैं। वैसे ये लाज़मी हैं गर्भावस्था में किसी भी प्रकार की ब्लीडिंग आपके चिन्ता का कारण बन जाएं। मगर हमेशा ये खतरे का संकेत नहीं होते, इसलिए कुछ बांतो का विशेष ध्यान रखें
वेजाइनल ब्लीडिंग
प्रेगनेंसी में वेजाइनल ब्लीडिंग बहुत से कारणों से हो सकते हैं कुछ बहुत समान्य होते जो किसी प्रकार से नुक्सान नहीं पहुंचाते, उदाहरण के लिए –
- सम्भोग के बाद ब्लीडिंग
- पेल्विस एग्जाम के बाद
- अगर सर्विक्स में इरीटेशन हो
हालांकि, ब्लीडिंग कई बार खतरे का सूचक भी हो सकता हैं जैसे –
- इंफेक्शन
- अर्ली लेबर
- प्लेजेंटा का अलग होना
FAQ. प्रेगनेंसी में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों के उत्तर
क्या प्रेगनेंसी में सेक्स कर सकते हैं?
जी हां…, प्रेगनेंसी में संभोग करना पूरी तरह सुरक्षित हैं व इससे शिशु को कोई नुक्सान नहीं होता है, बल्कि शिशु को इन सबका कुछ पता ही नहीं होता
प्रेगनेंसी में कौन सी गलतियां ना करें?
प्रेगनेंसी में नशीले पदार्थों के सेवन से दूर रहें, ऐसे कार्यों को न करें जिसमें अत्याधिक शारीरिक कसरत की जरूरत हो
प्रेगनेंसी में क्या करना चाहिए?
एक प्रेगनेंसी बहुत से उतार चढ़ावो से भरा होता है इसलिए आपको एक हेल्दी लाइफ स्टाइल अपनाने की जरूरत है, अपने पार्टनर, परिवारजनों और दोस्तों के साथ समय व्यतीत करें
Hindiram के कुछ शब्द
21 week of pregnancy in hindi : प्रेगनेंसी का ये सप्ताह गर्भवती और शिशु दोनों के लिए अनेकों बदलाव लेकर आता है लेकिन अभी सबसे जरूरी होगा आप खुद का और शिशु का ख्याल रखें, हेल्दी डाइट ले, और अधिक से अधिक पानी पिए, यदि आपको किसी प्रकार की शंशा हैं तो अपने निरीक्षक से परामर्श कर सकते है