गर्भावस्था 25वां सप्ताह – शिशु विकास, गर्भावस्था लक्षण और प्रेगनेंसी केयर टिप्स | 25 week pregnant in hindi

पच्चीस सप्ताह गर्भावस्था आपको दूसरी तिमाही के अंतिम क्षणों में ले आती हैं। आप महसूस कर सकती हैं मानो समय बहुत जल्दी निकल रहा है क्युकी अब आप छ: माह की गर्भवती हो गई है। शिशु भी तेजी से विकसित होने लगा है भले वह अभी भी पूरी तरह तैयार ना हो, लेकिन वह समय भी दूर नहीं जब वह आपकी गोद में होगा।

पच्चीस सप्ताह गर्भावस्था अपने साथ बहुत से बदलावो को भी लाता है शिशु और गर्भवती माता दोनों के लिए, अब तक तो आपने “रेस्टलेस लेग सिंड्रोम” भी विकसित कर लिया होगा। हार्टबर्न, कॉरपेल टनल सिंड्रोम तथा दूसरे अन्य असुविधाजनक प्रेगनेंसी के लक्षण जो गर्भावस्था में पूरी तरह सामान्य होते हैं।

आपका 25 सप्ताह पुराना शिशु लगातार बढ़ता और हरकतें करने लगा होता है तथा जल्द ही आप उससे मिलने भी वाली है। अपने शिशु और आपने होने वाले बदलावों को नजदीक से जानने के लिए आगे जरूर पढ़ें:

25 week of pregnancy मतलब – 6 माह गर्भावस्था

2nd trimester मतलब – गर्भावस्था दूसरी तिमाही

15 week’s to go मतलब – 15 सप्ताह बचें

Table of Contents

पच्चीस सप्ताह गर्भावस्था – शिशु का विकास, प्रेगनेंसी सिंप्टम्स और देखभाल से जुड़ी जरूरी बाते | 25 week pregnant in hindi

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Here’s quick summary

  • शिशु के प्रतिक्रिया देने की क्षमता इस सप्ताह और अधिक विकसित हो गई हैं
  • शिशु में फैट परसेंटेज भी बढ़ने लगा है, हालांकि, उसकी त्वचा अभी पतली है मगर शिशु धीरे-धीरे वजन गेन करने लगा है
  • शिशु में बाल भी निकल आए होते हैं (हालांकि सभी शिशुओं में ऐसा नहीं होता) बालों के टेक्सचर से आप इसका पता लगा सकते है।

पच्चीस सप्ताह गर्भावस्था में शिशु का विकास | Baby development by week 25 in hindi

पच्चीस सप्ताह में शिशु का आकार कितना हैं – baby size at 25 week 

पच्चीस सप्ताह की गर्भवती होने पर आपका गर्भाशय एक फुटबॉल गेंद के जितना बढ़ा हो गया होता हैं जैसा अक्सर प्रेगनेंसी के शुरुआती में आप सोचा करती थी! अनुमान लगाए तो शिशु एक भुट्टे के जितना बढ़ा हैं।

शिशु टुकड़ों टुकड़ों से जुड़ता हुआ अब 13 इंच लंबा (33cm) हो गया है। इस सप्ताह उसका वजन भी 1.7 पाउंड यानी 785 ग्राम तक बढ़ गया होता है। लगातार हो रहें बदलावो के साथ शिशु खुद को गर्भ के बाहर जीवन जीने के लिए तैयार कर रहा होता है।

शिशु के फेफड़े स्वांस लेने को तैयार हो रहें हैं

इस सप्ताह, इस सप्ताह चाहें शिशु का रंग जो भी हो, मगर धीरे-धीरे शिशु अब गुलाबी रंग का दिखने लगा होता है इसलिए नहीं की उसे ज्यादा गर्मी लग रही होती है…

यहां तो एमनीओटिक फ्लूइड अन्दर के वातावरण को शिशु के सुविधानुसार नियंत्रित कर रखा होता हैं जिससे शिशु का तापमान भी सामान्य रहता है। शिशु के त्वचा का रंग बदलने का कारण तो ये है अब त्वचा के नीचे ब्लड वेसल्स (रक्त वाहिनियां) और नाड़ीयां बनने तथा रक्त प्रवाह करने लगे होते है।

वैसे इस सप्ताह के बाद, रक्त वाहिनियां जो शिशु के फेफड़ों में विकसित चुके होंगे, धीरे धीरे मेच्योर होने लगते हैं तथा 25 सप्ताह तक शिशु अपनी पहली सांस ले चुका होता है। हालांकि, अभी भी बहुत से विकास कार्यों का होना बाकी हैं

शिशु के नाक कार्य करने लगे हैं

केवल फेफड़े ही नहीं है जो हवा लेने के लिए तैयार हो रहे हैं। शिशु के नाक (नॉस्ट्रिल) भी इस सप्ताह से कार्य करने लगें होते हैं। जो शिशु को स्वांस लेने की प्रैक्टिस में मदद करते है।

पहले ऐसा माना जाता था, जन्म से पहले (गर्भ में) शिशु के नाक और नॉस्ट्रिल बंद रहते हैं मगर हाल ही के हुए शोध में यह साबित हो चुका हैं ये बहुत पहले ही खुल जाया करते हैं। तथा बचें हुए सप्ताहों में ऐसे ही खुले रहते हैं।

अब क्योंकि अंदर तो हवा नहीं हैं इसलिए शिशु एमनियोटिक फ्लूइड से ही स्वांस लेने की प्रैक्टिस करता है।

गर्भ के बाहर जीवन

अब हर गुजरते सप्ताह के साथ शिशु के बाहर सरवाइव कर जानें के चांसेस और अधिक बढ़ जाते हैं। हालांकि, एक शिशु जिसका जन्म पच्चीस सप्ताह में ही हो जाता हैं वह अभी भी बहुत प्रीमेच्योर होता है। प्रीमेच्योर शिशुओं को बहुत से हेल्थ कंडीशन का सामना तथा चिकित्सीय देखरेख की आवश्यक्ता होती है। शिशु जो पच्चीस सप्ताह में जन्म लेते हैं 68 से 76% गर्भ के बाहर सरवाइव कर जाते हैं

पच्चीस सप्ताह में गर्भवती का शरीर | Your body at 25 week pregnant in hindi

तेजी से बढ़ता गर्भाशय

इस सप्ताह, शायद आप अपने फुटबॉल की तरह बाहर टंगे पेट को काफी पसंद करने लगी होती हैं। साथ ही यह जानने को भी बेताब होंगी की आखिर आपका शिशु अंदर क्या कर रहा है! मगर इन सभी हैरान कर देने वाले लक्षणों के बीच इस सप्ताह आप अपने पीठ को लेकर थोड़ी परेशान नजर आ सकती है।

पच्चीस सप्ताह गर्भवती होने पर सच में आपका गर्भाशय एक फुटबॉल गेंद के आकार जितना बढ़ा हो गया होता हैं!

हेमोरॉयड्स की समस्या

हेमोरॉयड्स – एक तरह से नसों में सूजन, पेनफुल रेक्टल ब्लीडिंग की समस्या है 

कब्ज इसे और आतंकित रूप दे देता है। इसलिए सबसे अच्छा प्रिवेंशन यही है आप शरीर में फ्लूइड और फाइबर की मात्रा बढ़ाए – फल, सब्जियां, होल ग्रेन का सेवन करें 

हालांकि, आधे से ज्यादा गर्भवती महिलाएं गर्भावस्था में सूजन, खुजली – ईरिटेशन, बढ़े हुए गर्भाशय के कारण पेल्विस में दबाव, इंक्रीज ब्लड फ्लो जैसे लक्षण महसूस करती ही हैं तथा इनका होना आपके लिए बिल्कुल भी हानिकारक नहीं होता है…

यहां एक्सरसाइज करना भी आपके लिए काफ़ी फायदेमंद साबित हो सकता हैं तथा डिलीवरी के बाद यह सब सामान्य भी हो जाते हैं।

डेंटल हेल्थ

यदि आप सोचती हैं कैसे जन्म से पहले शिशु पर आने वाले खतरो से उसे सुरक्षित रखें, तो आपको अपने डेंटल हेल्थ का ध्यान रखना चाहिए। शोधों में यह सामने आया है गुड डेंटल और ओरल हाइजीन प्रेमेच्योर लेबर के खतरे को कम करता है, इसलिए…

रोजाना दांतो को दो बार ब्रश करें, कुल्ला करें, ये प्रेगनेंसी में आपको गिंगेविटी के खतरे से भी बचाता है। गिंगेविटी एक ऐसी कंडीशन है जिसमें मसूड़ों में सूजन तथा कई बार खून भी निकलने लगता हैं।

गिंगेविटी का इलाज ना करना periodontitis जैसे गंभीर समस्या का कारण बन सकता हैं जो प्रीमेच्योर बर्थ और प्रिकोलापसिया के खतरे को भी बढ़ाता है।

पच्चीस सप्ताह गर्भावस्था के लक्षण | 25 week symptoms of pregnancy in hindi

खर्राटे लेने की समस्या

प्रेगनेंसी के लक्षणों में एक खर्राटे लेने की समस्या, जों अक्सर बढ़ती गर्भावस्था के साथ गर्भवतियों में देखने को मिल जाती हैं। ऐसा नाक में मौजूद म्यूकस मेंब्रेन के कारण होता है। लेकिन यदि खर्राटो की समस्या आपके नींद को प्रभावित करने लगा है तो आपको एपनिया हैं। अपने विशेषज्ञ से इस पर चर्चा अवश्य करें

हाथों में झुनझुनी महसूस होना

शरीर में रक्त स्त्राव बढ़ने से नसों पर दबाव पड़ने लगता है जो फिर “कारपेल टनल सिंड्रोम” का कारण बन सकता हैं ये एक ऐसी कंडीशन हैं जिसमें आप सूजन या हाथों में झुनझुनी महसूस कर सकते है। एक्यूपंक्चर जैसी चिकित्सीय पद्धति उपयोग करना आपको दर्द और झुनझुनी से आराम दिला सकता है।

 

सिंफिजिस प्यूबीस डिस्फंक्शन

अगर लगातार आपको पेल्विस एरिया में दर्द महसूस हो रहा हैं तो शायद आप “सिंफिजिस प्यूबीस डिस्फंक्शन” की समस्या से जूझ रहे हैं। ऐसा जोड़ों में आए खीचाव और लचीलेपन के कारण होता हैं। कोशिश करे अपने बॉडी पोस्चर को हमेशा सीधे रखने की, आप सपोर्टिंग बेल्ट्स का भी उपयोग कर सकते हैं।

रेस्टलेस लेग सिंड्रोम 

अभी तक तो आप सिर्फ हांथो की झुनझुनी से परेशान रहती थीं, लेकिन अब तो ये पैरों तक पहुंच गए होते हैं जिसके कारण आपको इन्हे लगातार हिलाते डुलाते रहने तीव्र इच्छा होती होगी। विशेषज्ञ से आयरन जांच कराए, क्युकी बहुत से एक्सपर्ट्स रेस्टलेस लेग सिंड्रोम को आयरन डिफिशिएंसी से जुड़ा मानते हैं।

तेजी से बढ़ते बाल 

सामान्यतः प्रेगनेंसी में देखा जाता है या तो गर्भवती के बाल रूखे सूखे हो जाते हैं अथवा बालों में एक अलग ही चमक आने लगती हैं। जिसमें आप देखेंगी आपके बाल झड़ना भी बन्द हो गए हैं। बाल पहले से ज्यादा मजबूत और घने हो गए हैं। अभी जितना चाहे आप इसका आनंद ले क्युकी डिलीवरी के बाद यह सब पहले की तरह समान्य हो जाएंगे।

 

अपच और सीने में जलन

इस समय आपको ऐसा लग सकता है मानों पेट में बनने वाले रसायन अंतड़ियों को जलाने लगें हैं। एसिडिटी और सीने में जलन भी महसूस कर सकते हैं। ऐसे समय में एंटा-एसिड का प्रयोग करना आपको हार्ट बर्न की समस्या से बहुत आराम दिला सकता हैं।

पच्चीस सप्ताह गर्भावस्था में पेट निकलना | Pregnant belly at 25 week in hindi

पच्चीस सप्ताह गर्भावस्था में आपका पेट एक फुटबॉल के जितना बड़ा हो गया होता हैं। आपने भी लगभग 15 से 18 पाउंड (7 से 8 किलो) वजन गेन कर लिया होता है। यदि आप जुड़वा बच्चों से गर्भवती हैं तो ज्यादातर महिलाएं इस सप्ताह अधिक रूप से वॉटर वेट गेन कर रही होती हैं। जब तक आप उचित मात्रा में वजन गेन कर रही हैं वजन में उतार-चढ़ाव महसूस करना सामान्य है।

इस समय शिशु की हरकतें भी पहले से काफी तीव्र हो चुकीं होती हैं। ध्यान से यदि आप उसकी हरकतों पर गौर करें तो आप अपने शिशु की डेली रूटीन के बारे में जान सकती हैं जैसे शिशु कब सोता है। जागता हैं। जब शिशु की हरकत सबसे कम महसूस हो शायद वह समय शिशु के सोने का समय होगा।

पच्चीस सप्ताह गर्भावस्था में अल्ट्रासाउंड | Ultrasound in 25 week of pregnancy in hindi

पच्चीस सप्ताह गर्भावस्था में शायद आपका कोई भी अल्ट्रासाउंड टेस्ट शेड्यूल नहीं होगा, जब तक डॉक्टर आपको उचित देखरेख में रखने के निर्देश नहीं दिए होंगे। हालांकि, 25 से 28 सप्ताह के बीच गेस्टेशनल डायबिटीज जांचने के लिए ग्लूकोज चैलेंजिंग स्क्रीनिंग टेस्ट हो सकता है।

अगर आपने पहले से इस टेस्ट को करा लिया है तो इस सप्ताह डॉक्टर फिर से टेस्ट को दोहराने के निर्देश दे सकते हैं।

गर्भावस्था में याद रखने वाली चीजें – 25 week pregnant checklist

  • अगर आप पहली बार मां बनी है तो नए जन्मे शिशुओं के बारे में अधिक से अधिक जानकारी प्राप्त करें
  • शिशु के जन्म के बारे में सोचें, हमेशा सामान्य बर्थ के अनुसार ना चले
  • अपने पार्टनर के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताएं
  • चाहें तो शिशु के लिए चीजें पहले से खरीद लें, क्युकी बाद में पेट बढ़ने से यह भी कठिन लगने लगता हैं 
  • अधिक तनाव ना लें
  • अधिक से अधिक पानी पिए
  • अच्छा और हेल्दी भोजन खाएं
  • प्रीनेटल विटामिंस ले, रोज एक्सरसाइज करें

गर्भावस्था पच्चीस सप्ताह केयर टिप्स | Self care tips 25 week pregnant in hindi

मॉइश्चराइजर उपयोग करें

फुटबॉल के समान बढ़ा हुआ पेट, त्वचा में खीचाव आना ये सभी मिलकर त्वचा में खुजली, इरीटेशन जैसी समस्या का कारण बनता हैं

त्वचा में इरीटेशन होना, पांचवे से छठवे माह में गर्भवतियों के लिए अधिक कॉमन प्रॉबलम होता हैं। जब पेट दिखना शुरू होता हैं पेट बढ़ने और फैलने से ये सब दिक्कतें आने लगती हैं जहां मॉइश्चराइजर उपयोग करना इन सभी समस्याओं से निजात पाने के लिए एक बेहतर उपाय हो सकता हैं।

शिशु का नाम सोचिए 

क्या आपने अपने शिशु के लिए नाम सोच लिया है? अधिकतर माता पिता जन्म से पूर्व ही अपने शिशु का नाम सोच चुके होते है जैसे शिशु का नाम कौन से अक्षर से शुरु होगा, आप चाहें तो अभी के लिए आप शिशु का निक-नेम रख सकती हैं।

 

हेल्दी स्वीट्स चुने

यदि आपको मीठा खाने का दिल कर रहा हो तो अपनी भूख को हेल्दी स्वीट्स खाकर बुझाए, खासकर अनहेल्दी चीजे जैसे – केक, पेस्ट्री खाने से परहेज करें, आप चाहें तो हेल्दी स्वीट्स घर पर भी बना सकती है।

आंखो के सिम्पटम्स

आंखे भी उन प्रेगनेंसी पार्ट्स में एक होती है जो प्रेगनेंसी हार्मोनस के कारण प्रभावित होती है शायद आपके देखने की क्षमता में भी बदलाव आया हो

एक चीज आप यह भी महसूस करेंगी, आंखो में फ्लूइड तो समान्य रूप से बन रहें होते हैं मगर फिर भी आप आंखो में ड्राइनेस महसूस करेंगी। घबराने नहीं, डिलिवरी के बाद यह सब पहले की ही तरह सामान्य भी हो जाएगा।

ग्रोसरी लिस्ट बनाए

आपको उन सभी खाने-पीने के सामानों के लिस्ट बना लेनी चाहिए जो आपको इस सप्ताह जरूरत पड़ने वाली है। स्नैक्स और डेयरी प्रोडक्ट्स में उन्हीं को चुने जिसे आप आसानी से बिना मेहनत के खा सके।

पच्चीस सप्ताह के लिए प्रेगनेंसी डाइट

यदि आप वेजीटेरियन है तो आपको जरूरी पोषक तत्व जैसे प्रोटीन, विटामिन बी12, कैल्शियम, विटामिन डी, डीएचए, आयरन और फोलेट की उचित मात्रा लेना आवश्यक हैं 

  • प्रोटीन युक्त भोजन खाए – जैसे नाइट्स, मूंगफली, दाल
  • यदि आप दूध नहीं पीना चाहती, तो आप दही का सेवन करें 
  • हरी सब्जियां खाये, रेशेदार फल और सब्जियां जरूर सेवन करे

ध्यान देने योग्य बातें 

यूरिनरी ट्रैक्ट इनफेक्शन

यूरिनरी ट्रैक्ट इनफेक्शन अक्सर प्रेगनेंसी में महिलाओं को इसकी शिकायत मिल ही जाती है जो लगभग 13% गर्भवतीयों को प्रभावित कर सकता हैं अगर आपको भी ये लक्षण दिखे तो सतर्क हो जाएं

  • खूनी, धुंधला, बदबूदार पेशाब
  • जलन और दर्द पेशाब के समय
  • बुखार, हल्का यूटरिन कांट्रैक्शन

FAQ. प्रेगनेंसी में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों के उत्तर

क्या प्रेगनेंसी में सेक्स कर सकते हैं?

जी हां…, प्रेगनेंसी में संभोग करना पूरी तरह सुरक्षित हैं व इससे शिशु को कोई नुक्सान नहीं होता है, बल्कि शिशु को इन सबका कुछ पता ही नहीं होता 

प्रेगनेंसी में कौन सी गलतियां ना करें?

प्रेगनेंसी में नशीले पदार्थों के सेवन से दूर रहें, ऐसे कार्यों को न करें जिसमें अत्याधिक शारीरिक कसरत की जरूरत हो

प्रेगनेंसी में क्या करना चाहिए?

एक प्रेगनेंसी बहुत से उतार चढ़ावो से भरा होता है इसलिए आपको एक हेल्दी लाइफ स्टाइल अपनाने की जरूरत है, अपने पार्टनर, परिवारजनों और दोस्तों के साथ समय व्यतीत करें

Hindiram के कुछ शब्द

25 week of pregnancy in hindi : प्रेगनेंसी का ये सप्ताह गर्भवती और शिशु दोनों के लिए अनेकों बदलाव लेकर आता है लेकिन अभी सबसे जरूरी होगा आप खुद का और शिशु का ख्याल रखें, हेल्दी डाइट ले, और अधिक से अधिक पानी पिए, यदि आपको किसी प्रकार की शंशा हैं तो अपने निरीक्षक से परामर्श कर सकते है 

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