दो माह गर्भावस्था तो आप पहले ही पार कर चुकीं हैं प्रेगनेंसी का नौवां हफ्ता तीसरे माह की शुरूआत होती हैं जहां गर्भवतीयों का शरीर हार्मोनल बदलावो के उच्चतर स्तर की ओर अग्रसर हो रहा होता हैं। सिर दर्द, चक्कर, उल्टी जैसे प्रेगनेंसी सिम्पटम्स का सामना सच मे बहुत मुश्किल हो गया होता हैं, शायद इसे हि आप नौवां महीना समझने की भूल कर बैठे
इस समय आप खुद को बहुत थकी हुई महसूस कर रही होंगी, गर्भावस्था के नौवें सप्ताह में लगभग सभी माए इसकी चपेट में आ चुकी होती हैं। पहली तिमाही में आपका शरीर बहुत मेहनत कर रहा होता है जिससे जल्द से जल्द प्लेसेंटा का निर्माण हो सके जो विकसित होने वाले शिशु के लिए लाइफ लाइन के समान है
गर्भावस्था के 2 माह के सफर को आप पीछे छोड़ आई हैं 9 सप्ताह गर्भावस्था में मॉर्निंग सिकनेस अपनी पिक पर होता है तथा आप मूड स्विंग्स जैसे दूसरे प्रेगनेंसी लक्षणों से भी जूझ रही होगी, मतलब शिशु भी काफी तेजी से विकसित हो रहा होता है अब तो शिशु बहुत कुछ इंसानों जैसा भी दिखने लगा होता हैं
9 week of pregnancy मतलब – 3 माह गर्भावस्था
1st trimester मतलब – गर्भावस्था दूसरी तिमाही
31 week’s to go मतलब – 31 सप्ताह बचें
Table of Contents
गर्भावस्था नौ सप्ताह – शिशु विकास, प्रेगनेंसी सिंप्टम्स और देखभाल से जुड़ी जरूरी बाते | 9 week pregnant in hindi
Here’s quick summary
- शिशु के मसल्स (कोशिकाएं) बनने लगी है, शिशु अब ताकतवर होने लगा है
- शिशु का दिल भी धड़कने लगा है, हालांकि, इसे आप अभी महसूस नहीं कर पाएंगी
- शिशु कि पूंछ – वह भी पूर्णतः गायब हो चुका है। अब तो वह बहुत कुछ इंसानी बच्चे जैसा भी दिखने लगा हैं।
नौ सप्ताह गर्भावस्था में शिशु का विकास | Baby development by week 9 in hindi
इस सप्ताह शिशु का आकार – baby size at 9 week
जब आप 9 सप्ताह की गर्भवती होती है शिशु का आकार सिर से पांव तक 1 इंच लंबा हो चुका होता है लगभग 2.5 से 3 सेंटीमीटर तक, शिशु भी अभी बहुत तेजी से विकसित हो रहा होता हैं अब तो वह बहुत कुछ इंसानी बच्चे के जैसे दिखने लगा होता हैं शारीरिक रूप रेखा बनने लगी है बॉडी सिस्टम भी डिवेलप हो रहे होते हैं।
आंतरिक अंग विकसित होने लगें हैं
शिशु का दिल, रक्त नलिकाएं तथा पूरा सर्कुलेटरी लगातार विकसित हो रहा होता हैं। हड्डियां भी अपना आकार लेने लगी हैं। पैक्रियास, लीवर, बाईल डक्ट जैसे आन्तरिक अंग भी बनने की कगार पर है।
भ्रूण से शिशु बनना
बस कुछ सप्ताह, जिसके बाद आप शिशु को पूर्णतः शिशु बुला सकेंगी, अभी अभी शिशु 1 इंच लम्बा हुआ हैं उसका सिर जो मुड़ा हुआ था वह भी सीधा होने लगा हैं। शिशु भी काफी विकसित हो गया है और बहुत कुछ इंसानों जैसे दिखने लगा है उसके हाथ, पंजे, दिल, दिमाग, लीवर और फेफड़े भी विकसित होने लगें है।
भले शिशु के हिलते हाथो व पैरों को आप व डॉक्टर ना देख सके, परंतु शिशु यह प्रयास भी कर रहा होता है। शायद उसकी हरकतों को अगली तिमाही से महसूस कर पाएंगी
शिशु की धड़कन
वैसे ये बहुत जल्दी या मुमकिन नहीं हो पाएगा की आप या डॉक्टर शिशु के दिल की आवाज को अभी सुन सके। जब तक उसका दिल एक न्यूनतम आकार तक विकसित न हो जाए, जहां से डॉक्टर अल्ट्रासाउंड या ड्रॉपलर की मदद से शिशु की धड़कनो को पहचान करने में सफलता पा सकें
इसलिए अभी अगर आप शिशु की धड़कनों को सुन पाने में सक्षम नहीं हो पाते हैं तो हो सकता हैं शिशु खुद को गर्भाशय की दीवारों के पीछे छिप कर रहना चाहता हो ताकि उसे कोई ना ढूंढ सके…
शिशु का दिल
दिल के आंतरिक भाग के वह चार महत्वपूर्ण खाने जो इस सप्ताह शिशु में भी बन गए होते है अब तो शिशु का दिल भी काफी तेज गति से धड़क रहा होता है जिसकी आवाज आप आने वाले सप्ताहों में सुन भी सकेंगी
प्लेजेंटा भी कार्य रूप होने लगा है
गर्भावस्था में बस आपका शिशु ही विकसित नहीं होता, बल्कि एक अंग भी विकसित हो रहा होता हैं – प्लेजेंटा, प्लेजेंटा हि शिशु को माता के शरीर से जोड़ता है गर्भनाल के जरिए, प्लेजेंटा ही शिशु को पूरे गर्भावस्था में पोषित करता है 9 सप्ताह गर्भावस्था तक प्लेजेंटा विकसित होकर कार्यरूप होने लग जाता हैं जो शिशु को विकसित होने में सहायता करता हैं
नौ सप्ताह में गर्भवती का शरीर | Your body at 9 week pregnant in hindi
अत्याधिक थकान महसूस होना
जब बात प्रेग्नेंसी सिम्पटम्स की हो, शायद आप महसूस भी कर रहीं हो या आपको यह भी लगने लगें जैसे आपका नौवां महीना चल रहा है।
अब तो कुछ कपड़े आपको फिट भी नहीं हो रहे होंगे, आप खुद को सिर से पांव तक बिल्कुल थकी हुई भी महसूस कर रहीं होंगी, शायद बार बार बाथरूम के लिए भी जाना पड़ता होगा।
इस समय आपके शरीर का मेटाबॉलिज्म और हार्मोन लेवल तेजी से बढ़ रहे होते है ब्लड प्रेशर और शुगर लेवल भी कम हो चुके होते है इन्हीं सब कारणों से आप खुद को काफी थकी हुई भी महसूस कर रहीं होंगी
यहां आप राहत की सांस तभी ले पाएंगी, जब प्लेसेंटा पूरी तरह विकसित हो जाएगा और शिशु की सुरक्षा और उसे पोषित करने लगेगा, हालांकि, अभी इसमें कुछ समय शेष है।
पेट का कुआं
ऐंठन और उल्टियों का सामना प्रेगनेंसी में बिल्कुल भी आसान नहीं होता, यह तब और कठिन हो जाता है जब आप खुद को और शिशु को पोषित करने के बारे में सोचें
लेकिन यहां आपको एक बार में बहुत सारा खाने से भी बचना चाहिए, इसके बजाए, आप यदि कम मात्रा में अधिक मिल्स ले तो यह आपकी भूख तो शांत करेगा ही, साथ ही आपको कब्ज और हार्टबर्न जैसी समस्याओं से भी छुटकारा दिलाने में मदद करेगा
नौ सप्ताह गर्भावस्था के लक्षण | 9 week symptoms of pregnancy in hindi
इस सप्ताह आप खुद को काफी थकी हुई महसूस कर रहीं होंगी, बार बार पेशाब की समस्या जैसे प्रेगनेंसी के लक्षण कहीं न कहीं आपके नींद पर भी प्रभाव डाल रहा होता है
अत्याधिक थकान
दिन भर, खुद को इधर-उधर लिए घूमना, सच में आपको बहुत थका देता होगा। इसलिए आपको खुद को आराम देने की ओर भी ध्यान देना चाहिए, हालांकि, ये सब आसान तो नहीं होगा।
आधी रात को टॉयलेट जाकर अपनी थकान बढ़ाने से अच्छा खुद को बीच बीच में आराम करने का समय दे, बिस्तर पर जल्दी जाएं, एक निश्चित समय में सोए और जागे
ब्रेस्ट चेंजेज होना – स्तनों में बदलाव
रातों की नींद चुराने का एक श्रेय इन्हें भी जाता है। आकार में बड़े होने के अलावा इनमें सूजन और दर्द भी हो रहा होता हैं।
क्युकी रक्त स्तर बढ़ने से शरीर में ब्लड फ्लो भी बढ़ जाता है जो इनके अत्यधिक संवेदनशील होने का एक कारण होते हैं, स्तनों में होने वाले दर्द के कारण आपको सोने में भी दिक्कत होती होगी। यहां आप कॉटन ब्रा या थोड़े बड़े साइज की ब्रा इस्तेमाल कर सकते है जो आपको कुछ आराम जरूर दिलाएगा
अपच और एसिडिटी का होना
अपच और एसिडिटी से बचने का आसान रास्ता होगा आप शुगरलेस चिंगम चबाये
चिंगम चबाने से मुंह में लार अत्याधिक बनता जिससे यह पेट में बनने वाले एसिड को न्यूट्रलाइज कर देता है। साथ ही आपको दिन में 6 मील खाने की आदत डालनी चाहिए ना कि तीन बड़े मिल्स खाएं
पेट मे गैस
अगर आप भी पेट में बनने वाले गैस के लिए उपाय ढूंढ रही है सच कहे तो आपको कुछ नहीं मिलने वाला, चिंता मत करिए, आप अकेली नहीं, लगभग 50 से 70% गर्भवती महिलाओं को पेट में गैस की समस्या होती है। लेकिन अगर आप खाना कम कर करके खाएं तथा खाने को अच्छे से चबाएं तो इससे आपको कुछ राहत मिल सकती है।
कब्ज की समस्या
पेट में ज्यादा कसाव महसूस हो रहा हो, तो इसे सामान्य रखने के लिए अधिक से अधिक पानी पिए, यहां फलो तथा सब्जियों का जूस पीना भी अधिक फायदेमंद रहेगा।
आप चाहे तो थोड़ा गुनगुना पानी भी ले सकती है। इसमें थोड़ा नींबू मिलाकर सोने से पहले और सुबह लेना आपको कब्ज से कुछ राहत जरूर दिलाएगा
गर्भावस्था नौवे सप्ताह में पेट निकलना | Pregnant belly at 9 week in hindi
सामान्य तौर पर बाहर से अभी भी आप गर्भवति नहीं लग रही होते, हालांकि, आन्तरिक बदलाव अनेकों है जो आपको गर्भवती होने का ऐहसास दिला देते होंगे, अभी अपकी प्रेगनेंट बैली आने में कुछ समय हैं
गर्भावस्था नौवे सप्ताह में अल्ट्रासाउंड | Ultrasound in 9 week of pregnancy in hindi
यदि आप और आपके पार्टनर डॉक्टर के पास टेस्टिंग के लिए जाएं तो, कुछ मुख्य जांचे जो आपके निरीक्षक कर सकते हैं
- ब्लड टेस्ट – जिससे किसी प्रकार की जेनेटिक डिसऑर्डर का पता किया जा सकता है
- अल्ट्रासाउंड या नुचल ट्रांसलूसेंसी स्क्रीन – इससे शिशु के आसपास मौजूद एमनियोटिक फ्लूइड की मात्रा जांची जा जाती हैं
- क्रॉनिक विलियर्स सेंपलिंग – इससे शिशु में किसी प्रकार के क्रोमोजोमल डिसऑर्डर की जांच की जाती हैं।
गर्भावस्था नौ सप्ताह केयर टिप्स | Self care tips 9 week pregnant in hindi
यह सप्ताह आपके लिए मानसिक रूप से बहुत भारी हो सकता है जैसे आप अत्याधिक उत्तेजीत हो जाएं, खुशी महसूस करें, या अचानक खुद को डरी हुई महसूस करें खासकर जब आप अपने शिशु के बारे में सोचती होंगी, इसलिए आपको खुद का ख्याल रखने की जरूरत है –
मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखें
बस यह जानना की प्रेगनेंसी में उतार-चढ़ाव सामान्य है आपकी बहुत सी समस्याओं का निवारण कर देता होगा, प्रेगनेंसी अत्यधिक थकान, लो ब्लड शुगर मानसिक बदलावो के लिए भी जिम्मेदार होते है यहां कुछ चीजें हैं जो आपकी मदद कर सकते हैं
- पूरी नींद लें
- हेल्दी मिल्स ले (प्रोटीन से भरपूर)
- थोड़ा एक्सरसाइज करें
- दोस्तों के साथ समय बिताए
- मेडिटेशन करें
ब्रेस्ट रिलीफ
अगर स्तनों में कसाव, खुजली महसूस होती हो, बेहतर उपायों के लिए डॉक्टर से परामर्श करें, गर्म स्नान
से बचें, साबुन जो त्वचा को रूखा बनाती हो, डिटर्जेंट और कपड़े जिनसे इरिटेशन होती हो इस्तेमाल न करें, इसके बदले ठंडे पानी से नहाए और मोशुराइजर अप्लाई करें
हार्टबर्न से लड़े
तीखा तथा वसा से भरपूर भोजन से दूर रहने के बाद भी यदि आपको इस समस्या से राहत नहीं मिलती तो आप एंटासिड ले सकती हैं क्युकी इसमें कैल्शियम भी रहता, जो प्रेगनेंसी में आपके लिए जरुरी होता हैं। हालांकि, हार्टबर्न जरुर असुविधाजनक होते हैं कुछ चीजें जो आप कर सकतीं है
- छोटे-छोटे मिल्स खाएं
- धीरे-धीरे और चबाकर भोजन करें
- खाने के तुरंत बाद सोने से बचें
- स्मोकिंग और ड्रिंकिंग से बचें
- एक्यूपंचर इस्तेमाल कर सकते हैं
इन उपायों के बावजूद अगर आराम ना मिले तो डॉक्टर से परामर्श लें, वे हि आपको उचित मेडिसिन की सलाह दे सकते हैं।
जेनेटिक टेस्टिंग
अगर आपकी उम्र 35 से अधिक है या आपके परिवार में जेनेटिक समस्या की शिकायत है तब आपको यह टेस्ट जरुर कराना चाहिए, NIPT जो पहले 9 हफ्ते के बाद होता तथा CVS जो 10 से 13 सप्ताह के बाद किया जाता है
स्लीपिंग पोजिशन
अगर आपकी प्रेगनेंट बैली नीचे की ओर झुकी है तो ठीक है लेकिन पेट का आकार बढ़ने के पर आपको अपना स्लीपिंग पोजीशन बदल कर सोना होगा
दूसरी और तीसरी तिमाही में दोनों साइड सोना खासकर लेफ्ट साइड आपके लिए बेहतर होगा। इससे शरीर में खून का प्रवाह बढ़ता तथा किडनी फंक्शन भी बेहतर होता है
फाइबर से भरपूर खाना
फाइबर से भरपूर भोजन शरीर की गंदगी दूर करने में सहायक होते है, इसलिए होल ग्रेन, फ्रूट, ड्राई फ्रूट, सब्जियां अधिक ले,
यदि आपको खाने की इच्छा ना हो तो आप इनका जूस भी पी सकती है। दिन में कम से कम 25 से 35 ग्राम फाइबर आपको जरूर लेना चाहिए।
नौ सप्ताह के लिए प्रेगनेंसी डाइट
- प्रोटीन युक्त भोजन खाए – जैसे नाइट्स, मूंगफली, दाल
- यदि आप दूध नहीं पीना चाहती, तो आप दही का सेवन करें
- हरी सब्जियां खाये, रेशेदार फल और सब्जियां जरूर सेवन करे
Hindiram के कुछ शब्द
9 सप्ताह गर्भावस्था, इस समय महिलाएं अधिकांशत: शुरुआती प्रेगनेंसी के लक्षणों से जूझ रहीं होती हैं चिंता की कोई बात नहीं क्युकी ये सभी प्रेगनेंसी के लक्षण महसूस होना सामान्य है, लेकिन फिर भी आपको इसको लेकर कोई शंशा है तो आप उसे अपने निरीक्षक से पूछ सकती हैं। इस सप्ताह भी शिशु में बहुत से बदलाव हुए हैं तथा आने वाले सप्ताहों में ये शिशु और भी तेजी से विकसित होगा