दूसरी तिमाही में लड़का होने के लक्षण – कैसे जाने बेटा होगा या बेटी | baby boy in womb symptoms in pregnancy

यदि आप नए-नए माता-पिता बने होंगे इसमें कोई शक नहीं आपका भी मन यह जानने को बेताब होगा आखिर आपको लड़का होने वाला है या लड़की, शायद दूसरी तिमाही में एक लड़का होने के लक्षण जानना चाहती होंगी…

 
हां ये आसान तो नहीं होगा, मगर प्रेगनेंसी में आप जान सकती हैं आपको प्यारी बेटी होगी या प्यारा बेटा, हां… जन्म के पहले ही… dusri timahi me ak ladka hone ke lakshan
 

मगर सावधानी से, यदि आप इंटरनेट पर पहली या दूसरी तिमाही में एक लड़का होने के लक्षण खोजेंगी, जरूर आपको कुछ तरीके तो मिलेंगे, लेकिन आप उनसे जान नहीं पाएंगी आपको बेटा होगा या बेटी – baby boy and girl

इसलिए नहीं, क्युकी वो गर्भ में लड़का है या लड़की जानने के – gender check, birth predictor के गलत तरीके है बल्कि उनसे ये पता ही नहीं लगाय जा सकता हैं

हां… कुछ सही तरीके भी है। लेकिन इसे बहुत कम लोग ही जानते है लेकिन यदि आप इस पोस्ट को पूरा पढ़ेंगे तो आप भी असानी पता लगा लेंगे दूसरी तिमाही में भी लड़का होगा या लड़की – dusri timahi me ak ladka hone ke lakshan

Table of Contents

दूसरी तिमाही में एक लड़का होने के लक्षण – baby boy symptoms in 3rd month . 15 weeks pregnant symptoms baby boy

 

दूसरी-तिमाही-में-एक-लड़का-होने-के-लक्षण

 

सच बताऊं आपको मैं, जन्म के बाद किसी का gender check करना बहुत आसान होता है लेकिन जब बात किसी अजन्मे बच्चे का लिंग जानने की हो ( child birth prediction ) दूसरी तिमाही में…

ऐसे में सही तरीकों की कमी दिखाई पड़ती है पर ऐसा भी नहीं आप बेबी जेंडर पता नहीं कर सकते

चलिए जाने वो कौन-कौन से तरीके हैं जिससे किसी अजन्मे बच्चे का जेंडर पहचान किया जा सकता है – baby boy in womb symptoms in pregnancy

जरुर पढें –  baby boy symptoms in third trimester  

 

गलत तरीके – गर्भ में लड़का या लड़की जानने के | dusri timahi me ak ladka hone ke lakshan . Beta hone ke lakshan

कारण, जिन वजहों से आपको इन तरीकों का उपयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि ये गलत तरीके है। हां आपको ये बताएंगे जरूर कि आपके शिशु का जेंडर क्या है लेकिन सच्चाई…

 ये गलत है। ये हैं कुछ तरीके जिनका उपयोग करने से आपको बचना चाहिए

दादी मां के नुस्खे से जाने लड़का होने के लक्षण – Beta hone ke lakshan dusri timahi me

 

बेबी जेंडर जानने के लिए यदि आप फनी तरीके ढूंढ रही थी तो ये आपके लिए बेस्ट रहेगा। वैसे भी इनका उपयोग पुराने समय से लोग करते आए हैं

दोस्तों, परिवार के साथ समय बिताने के लिए आप इनका उपयोग कर सकती हैं। लेकिन इनसे शिशु का जेंडर सही से नहीं पता लगा सकती

प्रेगनेंसी बैली से जाने लड़का या लड़की – baby boy in womb symptoms

 

पुरानी माए बताया करती यदि गर्भवती का पेट बड़ा और नीचे की तरफ झुका हुआ हो तो यह लड़का होने का लक्षण है। वही पेट नीचे की जगह ऊपर उठा हुआ रहें तो ये लड़की होने का संकेत हैं

अंगूठी से जाने बेबी बॉय या बेबी गर्ल – baby boy and girl sign

 

इसके लिए धागे से अंगूठी बांधकर गर्भवती के नाभि के पास लटकाए, यदि अंगूठी गोल गोल ( सर्कुलर मोशन ) में घूमे इसका मतलब बेटी है। वहीं अगर ये आगे पीछे हो तो बेटा होता है।

सपने से जाने बेबी बॉय या बेबी गर्ल – 

 

इसके मुताबिक प्रेगनेंसी में यदि गर्भवती को सपने में पुरुष अधिक दिखते हैं तो गर्भ में बेटी होती है। वही सपने में स्त्रियों का अधिक दिखना लड़के होने का संकेत है।

पेट पर लाइन से जाने पुत्र या पुत्री

 

गर्भावस्था में यदि पेट की भूरी लाइन नाभि के नीचे तक जाती हो तो यह गर्भ में लड़की होने को बताता है। वहीं अगर यह भूरी लाइन नाभि के ऊपर तक आए तो यह बेटा होता है।

शरीर के बालों से जाने पुत्र या पुत्री

यदि गर्भवती महिला के शरीर में पुरुषों के भांति बाल उगने लगे हैं तो यह लड़का होने का लक्षण हैं वही अगर ऐसा कुछ भी ना हो सब सामान्य रहे तो लड़की होती हैं।

प्रेगनेंसी में सोने से जाने लड़का होगा या लड़की

 

प्रेगनेंसी में यदि गर्भवती को बाईं ओर सोना अधिक आरामदायक महसूस कराता हैं तो इसका मतलब आपको पुत्र होने वाला है वही दाएं ओर सोना आरामदायक लगे तो पुत्री होती है।

खाने की तलब से जाने लड़का होगा या लड़की

पुरानी माओ का कहना है यदि गर्भवती को खट्टे खाने के प्रति अधिक आकर्षण महसूस हो तो यह लड़का होने का संकेत है। वही मीठा खाने के प्रति अधिक आकर्षण लगे तो लड़की होती हैं।

शिशु की धड़कन से जाने लड़का होगा या लड़की

 

इसके मुताबिक, शिशु के दिल की गति अगर 140 bpm से कम है तो गर्भ में लड़का होता है। वही दिल की धड़कन 140 bpm से अधिक होने पर गर्भ में लड़की रहती है।

शरीर का तापमान बेटा होगा या बेटी

 

गर्भावस्था में जब गर्भवती का शरीर ठंडा अत्याधिक प्रतीत हो तब ये पुत्र होने का संकेत देता है। इसके विपरीत प्रेगनेंसी में शरीर का तापमान बढ़ना पुत्री होने का संकेत देता है।

चेहरे पर निखार बेटा होगा या बेटी

 

इसके मुताबिक गर्भवती के चेहरे पर निखार आना लड़का होने का संकेत रहता है। वही ऐसा बताया जाता है जब लड़की गर्भ में रहती है तो वह अपनी मां की सुंदरता चुराने लगती है।

ज्योतिषी शास्त्र से जेंडर पता करना – astrology conceiving baby – child birth prediction

 

यदि आप गर्भावस्था की दूसरी तिमाही में है और एक लड़का होने का लक्षण दूसरी तिमाही में जानने के लिए किसी ज्योतिषीय या जादू टोटके का प्रयोग करने वाली हैं…

सबसे पहले तो आपको बता दें, वैज्ञानिक तौर पर इन तरीकों से शिशु के लिंग पता लगाने का कोई प्रमाण नहीं है और शायद आपको गलत जानकारी ही मिले।

एक लड़का होने के लक्षण दूसरी तिमाही में किसी ज्योतिषि या टोटके से पता लगाना बिल्कुल भी उचित नहीं… आपको सही तरीके उपयोग करने चाहिए

सही तरीका :  दूसरी तिमाही में एक लड़का होने के लक्षण पता लगाने का | ladka hone ke sanket . Beta hone ke lakshan

 

चाहे आप पहली तिमाही में हो, दूसरी या तीसरी तिमाही में इन वैज्ञानिक प्रमाणित तरीकों से आप कभी भी जान सकती गर्भ में शिशु का लिंग क्या है ?

क्योंकि ये वैज्ञानिक तरीके हैं तथा पूरी तरह प्रमाणित भी इससे शिशु का लिंग जांच सटीकता से किया जा सकता हैं…

 

दूसरी तिमाही – अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट बॉय और गर्ल – usg report | ultrasound report of boy

 

अल्ट्रासाउंड एक रूटीन टेस्ट हैं जिससे शरीर के आंतरिक अंगों का इमेज लिया जाता है। ultrasound image लेने के लिए हाई फ्रिक्वेंसी साउंड वेव का इस्तेमाल किया जाता हैं। इसे sonography test भी कहते हैं

चलिए जाने अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट बॉय और गर्ल कैसे पता लगाया जाता है…

टर्टल साइन

 

जब अल्ट्रासाउंड प्रोफेशनल ultrasound report में एक लड़के की पहचान कर रहें होते हैं तो वे इस टर्टल साइन को खोजते हैं। यह कछुए की आकृति का होता है जहां शिशु का लिंग दोनों टेस्टिकल से बाहर निकल रहा होता है। इससे शिशु के लड़के होने की पहचान हो जाती हैं।

हैमबर्गर साइन

 

जब एक अल्ट्रासाउंड प्रोफेशनल रिपोर्ट देखकर बेबी गर्ल का जेंडर पता करने की कोशिश करता है तब वह इस हैमबर्गर साइन को ढूंढने का प्रयास करता है। यह बिल्कुल हैमबर्गर की आकृति का होता है यदि यह साइन ultrasound report में दिख जाए तो लड़की होने की पुष्टि कर दी जाती है

सेजिटल साइन

 

गर्भावस्था में लगभग दूसरी तिमाही के समय जब शिशु के जननांग पूर्ण रूप से विकसित नहीं हुए रहते, तब उनके दोनों पैरों को बीच एक ट्यूबरकल नाम का अंग होता है जिसे मिडलाइन सेजिटल भी कहते है। यहां एक नब धनुष की आकृति का अंग भी होता है जब ये नब 10° एंगल में प्वाइंट करता है तो लड़की होती है यदि ये 30° एंगल में प्वाइंट करे तो लड़का होता है।

साइंटिफिक तरीके – दूसरी तिमाही में एक लड़का होने के लक्षण कैसे जानें | dusri timahi me beta hone ke lakshan

NIPT से दूसरी तिमाही में जाने शिशु का लिंग

 

नॉन-इनवेसिव पैरेंटल टेस्ट यानी ( NIPT ) एक non invasive test हैं। जिसका मुख्य उद्देश्य शिशु के क्रोमोजोम्स को टेस्ट करके किसी प्रकार की एबनॉर्मलिटी का पता लगाना होता हैं।

इसे प्रेगनेंसी में 10 हफ्ते बाद किया जाता है लगभग दूसरी तिमाही के समय, चुकी इसमें शिशु के क्रोमोजोम को टेस्ट किया जाता है इसलिए मुमकिन है इससे शिशु का लिंग पता किया जा सके।

 

अमनियोसिथैसिस जाने दूसरी तिमाही में शिशु का लिंग – amniocentesis

 

गर्भावस्था में शिशु का विकास दर जांचने के लिए इस टेस्ट को किया जाता है। इसके लिए डॉक्टर गर्भवती के शरीर से कुछ मात्रा में amniotic fluid लेगा तथा उसे टेस्टिंग के लिए भेज दिया जाएगा

क्योंकि अमीनोसेंथिसिस में शिशु के जेनेटिक्स के बारे में सभी तरह के इनफॉरमेशन होते हैं। अतः आप यह जान सकते हैं कि दूसरी तिमाही में एक लड़का होने के लक्षण क्या हैं ? जिससे शिशु का लिंग भी पता लगाया जा सकता हैं।

गर्भ में लिंग निर्धारण कैसे होता – baby boy and girl kaise hota hai

 

सही जानकारी के अभाव में अभी भी बहुत से लोग नहीं जानते आखिर गर्भ में शिशु का लिंग निर्धारण ( बेबी गर्ल या बेबी बॉय ) कैसे होता हैं?

शिशु का लिंग उसी समय निश्चित हो जाता जब फर्टीलाइजेशन होता हैं। यहां क्रोमोसोम्स महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं

क्रोमोसोम्स दो तरह के रहते है [ X ] और [ Y ] जहां

[ X ] फीमेल क्रोमोसोम्स होते है तथा [ Y ] मेल क्रोमोसोम्स होते है।

महिलाओं में केवल [ X ] क्रोमोसोम्स पाए जाते हैं लेकिन पुरूषों में [ X ] और [ Y ] दोनों क्रोमोसोम्स होते हैं।

बेबी बॉय और बेबी गर्ल कैसे होता

 

शुक्राणु तथा अंडाणुओं में क्रोमोसोम्स मौजुद होते है संभोग क्रिया के दौरान जब शुक्राणु महिलाओ के अंडाणु से मिलते है तब गर्भधारण होता है।

यदि शुक्राणु में [ Y ] क्रोमोसोम्स होगा तो ये महिलाओं के [ X ] क्रोमोसोम्स से मिलेगा [ X ] और [ Y ] क्रोमोसोम्स के मिलने से ही लड़के का जन्म होता है।

अगर शुक्राणु में [ X ] क्रोमोसोम्स होगा तो ये महिलाओं के [ X ] क्रोमोसोम्स से मिलेगा। मतलब [ X ] और [ X ] क्रोमोसोम्स के मिलने से लड़की का जन्म होता है।

लड़का या लड़की के जन्म के लिए क्या करें – ladki ya ladka paida karne ke upay

 

बात चाहे पुराने समय की हो, या आज के मॉर्डन जमाने कि, कहीं ना कहीं आपको कुछ ऐसे तरीको के बारे में पता चल जाएगा जो लड़के या लड़की के जन्म के बारे में बताता है।

इंटरनेट पर भी आपको ऐसे बहुत से तरीके मिल जाएंगे, आप चाहे तो उनको आजमा सकते है। लेकिन उनका वैज्ञानिक तौर पर सत्य होने का कोई प्रमाण नहीं

इसलिए शायद आपको वो मनचाहा फल भी ना दे सके, और वैसे भी लड़का या लड़की का जन्म हमारे हाथ में नहीं

क्या शिशु का लिंग जानना चाहिए

 

भारतीय कानून के मुताबिक जन्म से पहले शिशु का लिंग जांच कराना कानूनी जुर्म है इस अपराध के लिए कानूनी दंड का प्रावधान भी है यदि कोई व्यक्ति इसमें दोषी पाया जाता है तो उसे जेल भी हो सकता है तथा डॉक्टर दोषी पाए जाने पर उसका लाइसेंस रद्द किया जा सकता है।

यह पोस्ट केवल एजुकेशन पर्पस के लिए लिखा गया है जहां हमने सही तरीके से लड़का होने के लक्षण दूसरी तिमाही में कैसे पता कर सकते हैं ? इसके बारे में बताया है

हमारी आपसे गुजारिश है इस जानकारी का उपयोग किसी गलत कार्य के लिए बिलकुल ना करें..

Hindiram के कुछ शब्द

 

दूसरी तिमाही में एक लड़का होने के लक्षण ( baby boy symptoms in 3rd month )  : यदि आप नए नए पैरेंट्स बने हैं तथा आप अपने शिशु का लिंग जानने को बेताब है तो आप इन सही तरीके का से जान सकते है। गर्भ में लड़का है या लड़की dusri timahi me ladka hone ke lakshan

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