इससे कोई फर्क नहीं पड़ता अबॉर्शन के लिए आपने कौन सा रास्ता चुना है अबॉर्शन के बाद ब्लीडिंग होगा और यह पूरी तरह सामान्य है, मगर कुछ चीजेें ऐसी भी है जिनका गर्भपात के बाद ध्यान रखना महिलाओं के लिए आवश्यक हो जाता हैं
गर्भपात में रक्त स्राव कुछ सप्ताहों से लेकर महीनों बाद तक भी आप इसके लक्षणों को महसूस कर सकती हैं ब्लीडिंग रूक रूक कर (एक निश्चित अन्तराल) में कम या ज्यादा रूप में हो सकता हैं मगर यहां सब कुछ सामान्य नहीं हैं
ब्लीडिंग का रंग हल्का लाल या भूरा हो सकता है लेकिन अगर रक्त स्राव असमान्य रुप से हो रहा है मतलब इसके साथ यदि आप कुछ अस्वभाविक लक्षण देखे तो इसे अनदेखा करना बिल्कुल भी सही नहीं होगा, क्युकी ये किसी गंभीर समस्या का कारण हो सकते हैं…
यहां आपको सावधान रहने कि जरूरत है क्युकी गर्भपात के बाद ब्लीडिंग वैसे तो समान्य रहता हैं मगर ये किसी गंभीर समस्या का कारण भी हों सकते हैं चलिए जानते हैं गर्भपात के बाद कितनी ब्लीडिंग सामान्य हैं गर्भपात के बाद क्या करें? ब्लीडिंग रोकने के घरेलू उपाय आपको क्या करना चाहिए
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गर्भपात के बाद ब्लीडिंग रोकने के घरेलू उपाय | Garbhpat Ke Baad Bleeding Rokne Ke Gharelu Upay In Hindi
गर्भपात एक सुरक्षित medical procedure है जिसमें किसी प्रकार के complications होने के बहुत कम चांसेज होते हैं तथा महिलाएं जिनका गर्भपात हुआ होता है दो से तीन सप्ताह गर्भपात के बाद अपने समान्य डेली रूटीन में भी आ जाया करती हैं
गर्भपात के बाद रक्त स्राव होना सामान्य है जो लगभग सभी महिलाओं, जिन्होंने abortion कराया होता है उन्हें होता हैं बहुत सी महिलाओ को तो पोस्ट गर्भावस्था में भारी रक्त स्राव भी देखने को मिलता है जों अधिकांशतः medical abortion में होते हैं
मगर रक्त स्राव यदि लम्बे समय से हो रहा हैं तथा इसकी मात्रा कम होने के बजाय बढ़ रही हैं इसके साथ दूसरे अनिश्चित लक्षण दिख रहे हैं तो सतर्क हो जाए…
गर्भपात के बाद रक्त स्राव क्यों होता कारण – garbhapat ke baad rakt strav hone ke karan
पोस्ट गर्भावस्था के बाद अगर रक्त स्राव हो रहा है अर्थात खून बह रहा है तो इसके पीछे ये कारण हो सकते हैं…
मेडिकल अबॉर्शन – medical abortion
माइफप्रिस्टोन की पहली डोज लेना, शरीर में प्रोजेस्ट्रॉन हार्मोन को ब्लॉक कर देता है प्रोजेस्ट्रॉन प्रेगनेंसी के लिए बहुत जरूरी होता है बिना इसके गर्भाशय की दीवार (endometriosis) टूटने लगती है जिससे गर्भपात होने लगता है और रक्त स्राव भी होता हैं
सर्जिकल अबॉर्शन – sergical abortion
मेडिकल अबॉर्शन में दवाइयों के माध्यम से प्रेगनेंसी को टर्मिनेट किया जाता है मगर सर्जिकल अबॉर्शन में सक्शन और कुराटेज जैसे प्रोसीजर के माध्यम से गर्भाशय में स्थित प्रेगनेंसी अवशेषों को बाहर निकाला जाता हैं।
गर्भपात के बाद हैवी ब्लीडिंग के कारण – garbhpat ke baad heavy bleading ke karan
यदि आपका मेडिकल अबॉर्शन हुआ है मतलब की मेडिकेशन यूज करके प्रेगनेंसी टर्मिनेट की गई हैं तो हैवी ब्लीडिंग होगी ही
क्युकी ब्लीडिंग होने से ही प्रेगनेंसी के अवशेष गर्भाशय से बाहर आ पाते हैं तथा गर्भाशय अपनी सामान्य अवस्था में आ पाता है। लेकिन गर्भपात के बाद अगर रक्त स्राव असमान्य प्रतीत हो –
- तेज बुखार
- लोअर एब्डोमेन पेन
- डिस्चार्ज से दुर्गंध आना
- हरा या पीला रंग का डिसचार्ज
यदि इस तरह के लक्षण दिख रहे हैं तो आपको तुरंत मेडिकल हेल्प लेनी चाहिए, क्युकी ये किसी गंभीर समस्या का संकेत दे रहें होते है जैसे –
अधूरा गर्भपात होने के लक्षण
गर्भपात के बाद अभी भी अगर आपको ब्लीडिंग हों रहीं हैं तो इसका एक कारण ये हो सकता है कि गर्भपात अभी भी पूर्ण न हुआ हो अर्थात incomplete abortion हुआ है
वैसे तो गर्भपात अधूरा होने के बहुत रेयर चांसेज होते हैं यदि ये हो जाता हैं तो इसकी पहचान जितनी जल्दी करेंगे उतना बेहतर होगा – अपूर्ण गर्भपात के लक्षण और उपचार
गर्भाशय में प्रेगनेंसी अवशेष बचना
गर्भपात के बाद, गर्भाशय में यदि प्रेगनेंसी के अवशेष बच जाते हैं या किसी कारणवश बाहर नहीं आ पाते है तब आपको लंबे समय तक हैवी ब्लीडिंग देखने को मिल सकता हैं, लेकिन इस अवस्था में आपको तुरन्त मेडिकल हेल्प लेना चाहिए
गर्भाशय के अन्दर संक्रमण
सर्जिकल अबॉर्शन के बाद गर्भाशय के अन्दर संक्रमण होने के ज्यादा चांस रहते है, घबराये नहीं, डॉक्टर से इस बारे में चर्चा करें वे आपको एंटीबायोटिक देंगे।
गर्भपात के बाद कितना रक्त स्राव समान्य हैं – garbhapat ke baad kitna rakt strav samany hai
गर्भपात के बाद होने वाली ब्लीडिंग और मेस्चुरेशन में होने वाली ब्लीडिंग दोनों में भिन्नताएं है यहां तक कि रक्त स्राव कितना होगा, कब तक होगा, रक्त स्राव का रंग और कब से शुरू होगा सब निर्भर करता है…
कितनी मात्रा में ब्लीडिंग होगी
यदि अबॉर्शन मेडिकल यानी गोलियों के प्रयोग से हुआ होगा तो हैवी अमाउंट ऑफ बिल्डिंग हो सकती हैं, जिसके साथ रक्त के थक्के जाना (blood clots) भी जा सकते हैं यहां सैनिटरी पैडस उपयोग करना उपयोगी रहेगा
वहीं सर्जिकल अबॉर्शन में ब्लीडिंग medical abortion की तुलना में बहुत कम देखने को मिलेगा, हालांकि, यहां भी आपको सैनिटरी पैडस उपयोग की जरूरत है अगर ब्लीडिंग असमान्य लग रहा है जैसे – साथ में बुखार, पेट मे ऐठन अच्छा होगा आप डॉक्टर से मिले
ब्लीडिंग कब तक होगी
मेडिकल अबॉर्शन में गर्भपात के बाद ब्लीडिंग कभी भी शुरू हो सकती है – शुरुआती दिन से पूरे महीने तक, हालांकि रक्त स्राव 2 से 6 सप्ताह तक हों सकते हैं आपके गर्भावस्था का समय भी ब्लीडिंग होने को प्रभावित करता हैं।
चाहें अबॉर्शन मेडिकल हो या सर्जिकल महिलाएं लगभग 1 से 3 सप्ताह तक ब्लीडिंग महसूस करेंगी, हालांकि, इसके बाद इसकी मात्रा कम होने लगती है, यहां दौड़ – भाग करना, भारी वजन उठाना ब्लीडिंग को और बढ़ा सकता है स्पॉटिंग और ऐठन होना भी समान्य है
ब्लीडिंग (रक्त स्राव) का रंग
मेंस्चूरेशन में होने वाली ब्लीडिंग और गर्भपात के बाद ब्लीडिंग में फर्क करना थोड़ा मुश्किल हो सकता है क्योंकि दोनों ही लगभग समान दिखते हैं, हालांकि, गर्भपात में ब्लीडिंग डार्कर होता हैं।
यहां स्पॉटिंग पुराने रक्त के कारण होता है अगर डिस्चार्ज पीला, हरा और दुर्गन्ध के साथ हो तो अपको सतर्क हो जाना चाहिए क्योंकि ये बिल्कुल भी सामान्य नहीं है ये किसी इन्फेक्शन (संक्रमण) का कारण है।
ब्लीडिंग का समय
गर्भपात के बाद ब्लीडिंग 1 से 3 सप्ताह तक होती हैं जिसके बाद सब समान्य होने लगता है मगर यदि आप 2 से 6 सप्ताह तक भी ब्लीडिंग महसूस कर रहे है तो चिंता करने की जरूरत नहीं, क्योंकि गर्भाशय को भी सामान्य अवस्था में आने में समय लगता है।
ब्लीडिंग रोकने के घरेलू उपाय – garbhapat ke baad bleading rokne ke gharelu upay
3 से 5 दिन ब्लीडिंग देखें
यदि ब्लीडिंग अचानक से शुरू हो जाए तो घबराए नहीं, कुछ दिन इसका निरीक्षण करें, यहां ब्लीडिंग के साथ आपको स्पॉटिंग भी देखने को मिल जाएगा
अगर ब्लीडिंग हैवी हो रहा है और ये 6 सप्ताह तक रहे, वैसे तो चिंता की बात नहीं फिर भी आप निरीक्षक से इस पर चर्चा कर सकते हैं
डीप यूट्रीन मसाज करें
मसाज करना हैवी ब्लीडिंग और डिस्चार्ज में आपको राहत पहुंचाएगा, इसके लिए उंगलियों को नाभि के नीचे रखकर नीचे की ओर दबाते हुए हल्का हल्का प्रेशर अप्लाई करें, नाभी के नीचे से पेल्विस बोन तक सर्कुलर मोशन में मसाज करें।
रोज 10 मिनट डीप यूट्रीन मसाज, गर्भपात के बाद होने वाली ऐठन और भारी रक्त स्राव में आराम पहुंचाता है डीप यूट्रीन मसाज आप जब चाहे तब कर सकते हैं ये आपके गर्भाशय के दीवार को झड़ने और समान्य अवस्था में आने में मदद करता है
शारीरिक हरकत कम करें
शारीरिक रूप से हरकत में रहना ब्लीडिंग को और बढ़ा सकता है इसलिए यदि आप आराम करें तो यह आपके ब्लीडिंग को कम कर देगा।
खासकर यदि हैवी ब्लीडिंग होने का कारण शारीरिक रूप से एक्टिविटी रहना है, गर्भपात के बाद आपको आराम की सख्त जरूरत होती हैं इसलिए आराम करें…
गर्म सेकाई करना
वॉर्म कंप्रेशर अथवा गर्म सेकाई करना भी गर्भपात के बाद दर्द और ऐठन कम करने में आपकी मदद कर सकता हैं। वॉर्म कंप्रेशर अप्लाई करना डिस्कंफर्ट दूर करता है
आप “सिंगल यूज डिस्पोजेबल हीट रैप” जो पीरियड में इस्तेमाल किए जाते है उसका उपयोग गर्भपात के बाद उपचार में कर सकती है।
NSAIDs का यूज करें
वैसे तो अबॉर्शन के बाद ऐठन और डिसकंफर्ट होना समान्य हैं जो कुछ सप्ताहों तक होता भी है। NSAIDs जैसे – ibuprofen और naproxen डिस्कंफर्ट और इन्फ्लेमेशन दूर करने में सहायक होते हैं जो हैवी ब्लीडिंग और ऐठन में भी राहत पहुंचाते है।
NSAIDs सभी के लिए उपयोगी नहीं, अत: डॉक्टर से सलाह जरूर लें, NSAIDs नहीं लेने पर acetaminophen लेने के लिए डॉक्टर से पूछ सकते हैं।
अवॉइड ड्रिंकिंग एल्कोहल
यदि आपको ड्रिंक करना पसंद है तो खासकर अबॉर्शन के बाद आपको इसे छोड़ना चाहिए, किसी प्रकार की दवाइयों का सेवन भी आपके हैवी ब्लीडिंग का कारण बन सकता हैं।
डॉक्टर से ब्लीडिंग के लिए मेडिसिन पूछे
ब्लीडिंग वैसे तो अबॉर्शन का ही पार्ट है इससे शरीर सामान्य अवस्था में लौटता है। इसलिए डॉक्टर ब्लीडिंग के लिए कोई दवाई नहीं देंगे
लेकिन कुछ मेडिसिन है जो इस प्रोसेस को जल्दी करने में मदद कर सकते हैं। डॉक्टर methergine और Ergotamine लेने की सलाह दे सकते है इससे गर्भाशय में सिकुड़न होने लगता, जिससे गर्भाशय अपनी सामान्य अवस्था में जल्दी आ पाता है।
यदी ब्लीडिंग आप अत्याधिक महसूस कर रही होंगी तो मेडिसिन जैसे – yaoliuan capsule आपके ब्लीडिंग कम करने में सहायता कर सकता है। ये गर्भाशय को सामान्य अवस्था में आने में मदद करता है।
आराम करें
अबॉर्शन के बाद शरीर को आराम की सख्त जरूरत होती है। जिससे ये खुद को हिल कर सके, इसलिए अबॉर्शन के बाद कुछ समय आपको बेड रेस्ट करना चाहिए। ये आपके गर्भपात के बाद हैवी ब्लीडिंग को भी कम कर देगा।
डॉक्टर को कब दिखाएं
वैसे तो अबॉर्शन के बाद कोई कॉम्प्लिकेशन नहीं होते है, लेकिन यदि आप आशंकित हो इंफेक्शन होने की लिए तो डॉक्टर को दिखाएं
खासकर जब ब्लीडिंग दर्द, खुजली, दुर्गन्ध के साथ हो, डॉक्टर आपको एंटीबायोटिक देंगे
डॉक्टर क्या करेंगें
डॉक्टर आपका क्लिनिकल एग्जामिनेशन करेंगे जैसे – ब्लड टेस्ट, अल्ट्रासाउंड जिससे प्रेगनेंसी के रेमेनिंग प्रोडक्ट ढूंढा जा सके
हजारों महिलाए जो हैवी ब्लीडिंग की शिकायत लेकर आती है 10 महिलाओं को D&C की जरूरत पड़ती है ( जिसमे उनके गर्भाशय के दीवार को सर्जिकल अबॉर्शन से साफ किया जाता हैं। )
इमरजेंसी सर्जिकल इंटरवेशन उन महिलाओं का होता, जिन्हें हेवी ब्लीडिंग के साथ दर्द, कमजोरी, थकान, धड़कन का बढ़ना जैसे लक्षण दिखे
ये उन महिलाओं में अधिक मिलते जिनका 8 सप्ताह के बाद प्रेगनेंसी टर्मिनेट किया जाता है। अगर घाव सीरियस है तो ब्लड और फ्लूइड ट्रांसमिशन किया जा सकता है।
यदि अल्ट्रासाउंड में पता लगता कि गर्भाशय में प्रेगनेंसी का कोई रिमैनिंग प्रोडक्ट नहीं है तो यूट्रोट्रानिक ड्रग्स दिया जाएगा वैसे दूसरे दवाइयों से भी ब्लीडिंग रोका जा सकता है।
सावधानियां
कुछ बैक्टीरिया शरीर में प्रवेश ना करें, ताकि गर्भाशय में इंफेक्शन ना हो इसलिए ये सावधानियां जरूर रखें…
- अवॉइड एल्कोहल
- अवॉइड लिफ्टिंग हैवी वेट
- सब्सटेंस एब्यूज
- अवॉइड एस्प्रीन
- सेक्सुअल इंटरकोस्
- डू नॉट उसे टेंपोंस
- डू नॉट गो फॉर स्विमिंग
- अवॉइड बाथटब
अधिक पानी पिए, खुद को आराम दे, आयरन, कैल्शियम और विटमिन ले, हेल्दी फूड खाय
बहुत कम केसो में एक्टोपिक प्रेगनेंसी सामने आती है।
Hindiram के कुछ शब्द
गर्भपात के बाद ब्लीडिंग रोकने के घरेलू उपाय (Garbhapat ke baad bleading rokne ke gharelu upay) : सबसे बेहतर होगा आप डीप यूट्रिन मसाज करें, अवॉइड ड्रिंकिंग एल्कोहल, वैसे तो गर्भपात के बाद हैवी ब्लीडिंग नॉर्मल है लेकिन अधिक होने पर आपको डॉक्टर को दिखाना चाहिए।