इलायची से गर्भपात एक घरेलू नुस्खा है जिसका अधिकांशत: उपयोग पुराने समय से लोग abortion of baby में करते आ रहे हैं… लेकिन क्या गर्भपात कराने के लिए ये सही उपाय है, इलायची से गर्भपात कैसे करें ?
देखिए… सही जानकारी के अभाव में गलत रास्तों में पड़ना आसान है, कहने का मतलब, यदि आपने गर्भपात abortion कराने का सोचा होगा, इसमें कोई शक नहीं वही पुराने घरेलू नुस्खे से गर्भपात का ख्याल आपके दिलों जेहन में आया होगा।
सदियों से ही लोग इनका उपयोग करते आए हैं लेकिन क्या इनसे गर्भपात हुआ हैं? क्या गर्भपात के लिए इलायची जैसे नुस्खों को अपनाना सही उपाय है – cardamom uses for abortion
सच्चाई ये हैं… चाहे गर्भपात हो या ना हो, गर्भपात के लिए इलायची जैसे घरेलू नुस्खे, गर्भपात के लिए कभी भी सही उपाय नहीं है तथा इनका प्रयोग करने से भी आपको बचना चाहिए।
चलिए जानते हैं गर्भपात के लिए अगर घरेलू नुस्खों का प्रयोग सही नहीं हैं तो right abortion method क्या हैं? क्यों इलायची से गर्भपात नहीं होता, गर्भावस्था में इलायची खाने के क्या फायदे तथा क्या नुकसान हो सकते हैं? चलिए abortion of baby का सही तरीका जानते हैं –
Table of Contents
इलायची से गर्भपात कैसे होता हैं | ilaychi se garbhpat kaise hoga | cardamom uses for abortion of baby
सबसे पहले तो आपको यह जानना चाहिए, अभी तक जितने भी “वैज्ञानिक शोध” इलायची पर हुए हैं किसी में भी इससे गर्भपात होने (aborted baby) जैसी बात सामने नहीं आयी
बल्कि, सिर्फ इलायची ही नहीं गर्भपात के लिए कोई भी घरेलू नुस्खा abortion of baby के लिए उचित नहीं, उल्टा ये आपके लिए जानलेवा साबित हो सकता है इसमें अधिकतर अधूरा गर्भपात (missed abortion) होने की ज्यादा संभावना होती हैं – अपूर्ण गर्भपात होने की वजह तथा उपचार
चलिए जाने, गर्भपात का सही तरीका क्या हैं? तथा प्रेगनेंसी में इलायची खाने से क्या होता हैं? नुकसान तथा फायदे क्या क्या होते है – benefits of elaichi and side effects
प्रेगनेंसी में इलायची खाने के नुकसान – cardamom uses side effect in pregnancy
अधिकता किसी की भी अच्छी नहीं, इलायची का सेवन भी जरूरत से ज्यादा करना गर्भावस्था, गर्भवति और बच्चे के लिए नुकसानदायक होता है ये हैं कुछ इलायची खाने के नुकसान –
त्वचा संबंधी समस्या – skin problems
सीमित मात्रा में यदि आप इलायची का सेवन करें, ये आपकी स्किन हेल्थ मेनटेन करने में मदद करेगा, लेकीन इसका सेवन अगर जरूरत से ज्यादा किया जाए तब यही आपको स्किन प्रॉब्लम्स भी दे सकता है क्युकी इलायची में टरपिंस नामक पदार्थ होता हैं जो एलर्जी का कारण बनता है।
दवाइयों के साथ रिएक्शन – reaction with medicine
कुछ वैज्ञानिक शोध ये दावा करते हैं इलायची दवाइयों के साथ प्रतिक्रिया कर देता है जिससे रिएक्शन भी हो सकता हैं। कुछ विशेष दवाइयां जैसे – लीवर, इन्फ्लेमेशन, पथरी जैसे मेडिसिन के साथ रिएक्शन कर सकता है और वैसे भी डॉक्टर प्रेगनेंसी में अनेको तरह की दवाइयां देते हैं।
एलर्जी का जोखिम – alergy
जरूरत से ज्यादा इलायची एलर्जी ही नहीं बल्कि स्वास्थ्य से जुड़े अन्य दुष्प्रभावो का खतरा बढ़ा देता हैं। कुछ परीक्षणों में तो इलायची से एलर्जी होने की पुष्टि भी हुई है। जैसे – जीभ में सूजन, डायरिया की समस्या
गर्भावस्था में इलायची के फायदे – cardamom uses benefits of elaichi in pregnancy
अगर आपके मन में भी यह सवाल आया हों, क्या प्रेगनेंसी में इलायची खाने के सिर्फ नुकसान ही होते हैं… नहीं इलायची के फायदे भी होते हैं…
उल्टी तथा मतली में लाभदायक – cure vomating
हाल ही में हुए गर्भवतियों पर शोध में, जिसमें उन्हें इलायची पाउडर का सेवन कराया गया था। इस बात की पुष्टि हुई, ईलायची उल्टी – मतली की समस्या से राहत पहुंचाता है। ये पेट दर्द और ऐठन में भी राहत पहुंचाता है।
संक्रमण से बचाव – cure infection
इलायची में एंटीमाइक्रोबीयल गुण होते हैं। जो बैक्टीरिया खत्म करने तथा उनसे बचाव में सहायता करते हैं। बैक्टीरिया त्वचा, हड्डियों तथा फेफड़ों के संक्रमण का कारण भी बन जाते है। ये संपर्क में आने से भी फैल सकते हैं। इलायची का सेवन ओरल हैल्थ के लिए भी अच्छा रहता है।
प्रोजेस्ट्रोन को बढ़ाता – increase progestron
गर्भावस्था में इलायची का सेवन प्रोजेस्ट्रोन को भी बढ़ाता है। प्रोजेस्ट्रोन हार्मोन गर्भधारण से लेकर शिशु के विकास के लिए भी जरूरी रहता है। यदि प्रोजेस्ट्रोन प्रेगनेंसी में कम हो जाए तो गर्भपात हो सकता है।
पोषक तत्वों से भरपूर – nutritious
इलायची को ” मसालों की रानी ” कहे जाने के पीछे एक कारण ये भी हो सकता है इसमें मौजूद पोषक तत्व, ये एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है। इसमें पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन जैसे पोषक तत्व भी होते हैं। पोटेशियम हमारे शरीर में तरल पदार्थ को संतुलित रखने में सहायता करता हैं।
पाचन में सहायता करता – help in digestion
इलायची में मौजूद एंटी अल्सोरोजेनिक गुण पेट से जुड़ी समस्याओं को ठीक करता है। इसका सेवन करना लीवर को भी सही रखता है। अतः हम कह सकते, गर्भावस्था में इलायची खाना लाभदायक रहता है।
गर्भपात करने का तरीका | abortion of baby technique
घरेलू नुस्खों से गर्भपात नहीं करना चाहिए ये तो आप जान गए मगर गर्भपात का सही तरीका क्या है चलिए जानते हैं, सबसे पहले, यदि आप गर्भपात कराने जा रही है तो आपको कुछ सावधानियां बरतने कि आवश्कता है –
गर्भपात से पहले सावधानियां – precaution before abortion
जैसे-जैसे गर्भवास्था बढ़ती जाती है, गर्भपात कराने से उससे होने वाले खतरे भी बढ़ते जाते हैं। इसलिए गर्भपात से पहले आपको कुछ सावधानी रखनी चाहिए…
- गर्भपात जितनी जल्दी होगा उतना बेहतर है, 10 सप्ताह के बाद गर्भपात करना खतरनाक हो सकता है
- गर्भपात किसी निर्देशक के निर्देश में ही करें
- गर्भपात के लिए घरेलू नुस्खे उपयोग करने से बचें
- आपातकाल के लिए मेडिकल हेल्प सुनिश्चित कर रखें
- अधूरा गर्भपात होने पर मेडिकल हेल्प ले
इलायची से गर्भपात कैसे करें | elaichi se garbhapat kaise kare
वैसे तो इलायची से गर्भपात नहीं होता, मगर यदि आप जानना चाहें कैसे लोग इलायची का उपयोग गर्भपात के लिए किया करते थे, ये है वे कुछ तरीके –
इलायची और शहद से गर्भपात – ilaichi and honey for child abortion
इसके मुताबिक यदि आप इलायची को अच्छी तरह से पिस कर इसका पाउडर बनाए, तथा इस पाउडर को रोजना शहद के साथ सेवन करें, जब तक बिल्डिंग ना होने लगे, इससे गर्भपात हो जाएगा।
इलायची और दालचीनी से गर्भपात – ilaichi and dalchini for child abortion
घरेलू उपाय से गर्भ गिराने के लिए, इलायची को पीसकर इसे दालचीनी के साथ पानी में उबालें, तथा इसे छानकर दिन में तीन बार सेवन करें।
इलायची और गाजर से गर्भपात – ilaichi or gajar se aborted baby
इस गर्भपात के घरेलू नुस्खे में आप गाजर के बीज और इलायची को रात भर पानी में भीगने दें, फिर इसे पानी में उबालें तथा इस पानी को ब्लीडिंग होने तक पिए
इलायची और तुलसी से गर्भपात – ilaichi or tulsi se aborted baby
यहां आपको तुलसी के पत्तों के साथ इलायची को पीसना होता है। फिर इसे शहद के साथ सेवन करे, बताया जाता है इससे गर्भपात हो जाता है।
प्रेगनेंसी रोकने के घरेलू उपाय के नुकसान | home abortion method contradiction
गर्भपात के लिए घरेलू नुस्खे अपनाना खतरनाक होता है। इससे गर्भपात नहीं होगा, घरेलू उपाय से गर्भपात कराने की कोशिश जानलेवा साबित हो सकती है।
- घरेलू नुस्खों से गर्भपात नहीं होगा
- अधूरा गर्भपात होने की संभावना
- इंफेक्शन का खतरा
- जानलेवा साबित हो सकता
- चाइल्ड डिफेक्ट हो सकता
गर्भपात कराने का सही तरीका | right method for abortion of baby
जब कोई महिला अबॉर्शन कराने का फैसला लेती है तो उसके पास केवल दो हि रास्ते होते है जिससे वे सुरक्षित रूप से गर्भपात करा सकती है
मेडिकल अबॉर्शन ( medical abortion )
मेडिकल अबॉर्शन वह प्रक्रिया है जिसमे महिला कुछ दवाइयों की मदद से प्रेगनेंसी टर्मिनेट करती है। अधिकतर इसमें दो मेडिकेशन यूज किए जाते है mifepristone और misoprostal
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ध्यान देने वाली बात ये है दवाइयों से गर्भपात आप 10 सप्ताह के बाद नहीं करा सकती, ऐसा करना खतरे से कम नहीं, 10 सप्ताह से अधिक की गर्भावस्था में आपको सर्जिकल अबॉर्शन का रास्ता चुनना चाहिए
सर्जिकल अबॉर्शन ( surgical abortion )
इस तरह के अबॉर्शन को 10 सप्ताह के बाद किया जाता है। जिसमे कुछ टूल्स का यूज करके गर्भाशय से प्रेगनेंसी प्रोडक्ट्स को बाहर निकाले जाते है। सर्जिकल अबॉर्शन भी दो तरह के होते है – एस्पिरेशन अबॉर्शन, डाईलेशन एंड एवेक्यूशन अबॉर्शन
अब यह आप पर निर्भर करता है कि आप कौन सा रास्ता चुनते हैं कुछ शोध में सामने आया, ईलायची जैसे घरेलू नुस्खों से गर्भपात, महिलाओ के लिए जानलेवा सबित हुए है तथा इससे अनेकों गर्भवतियों की मृत्यु भी हो चुकी है। इसलिए आपको सही तरीके का प्रयोग करना चाहिए।
Hindiram के कुछ शब्द
ईलायची से गर्भपात कैसे करें ? elaichi se garbhapat kaise kare | cardamom uses for abortion of baby यदि आप घरेलू नुस्खों से गर्भपात करने की सोच रहे होंगे तो ये कारगर उपाय नहीं है इससे गर्भपात नहीं होगा आपको सही तरीके से गर्भपात कराना चाहिए